Google के इस टूल का इस्तेमाल कर पहचानें कि कौन सी खबर रियल और कौन सी फेक
Eyeo को एडब्लॉक प्लस ने बनाया है. इस टूल का मकसद फेक न्यूज का पता करना है. इसका नया ब्राउजर एक्सटेंशन TrustedNews है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये काम कैसे करता है.
नई दिल्ली: फेसबुक का इस्तेमाल करते वक्त अक्सर हम कई ऐसे लिंक्स खोल देते हैं और उसके अंदर मौजूद खबर को बड़ी दिलचस्पी से पढ़ने लगते हैं. लेकिन तभी जब हम कुछ फैक्ट्स या फिर हमें इस बात का पता चलता है कि खबर का एक तरफ झुकाव है या फेक है तो हम इस उलझन में पड़ जाते हैं कि खोला गया लिंक फेक है या रियल इसका कैसे पता लगाएं? लेकिन अब शायद आप जो भी लिंक खोलेंगे आपको कुछ सेकेंड्स में ही इस बात की जानकारी मिल जाएगी कि आपने जो लिंक खोला है वो रियल है या फेक. जी हां हम बात कर रहें हैं Eyeo की जिसे एडब्लॉक प्लस ने बनाया है. इस टूल का मकसद फेक न्यूज का पता करना है. इसका नया ब्राउजर एक्सटेंशन TrustedNews है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये काम कैसे करता है.
कैसे करें इस टूल को इंस्टॉल
बता दें कि TrustedNews सिर्फ क्रोम के लिए ही उपलब्ध है. तो अगर आप फायरफॉक्स का इस्तेमाल कर रहें हैं या सफारी या फिर किसी और ब्राउजर का तो आपको इसके लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा. क्रोम का इस्तेमाल करते हैं तो सबसे पहले trusted-news.com पर क्लिक करें और Get TrustedNews for Chrome को चुनें. इसके बाद ये लिंक आपको क्रोम के वेब स्टोर पर लेकर जाएगा. इसके बाद आपको एड टू क्रोम करना होगा और बस हो गया आपके सिस्टम में ये टूल इंस्टॉल. अब आप जब भी किसी न्यूज साइट या किसी दूसरे टैब पर जाकर किसी लिंक को क्लिक करेंगे तो ब्राउजर आपको इस बात की जानकारी दे देगा कि जो आप पढ़ रहें हैं वो रियल है या फेक.
ये टूल कैसे काम करता है
TrustedNews एक्सटेंशन को MetaCert Protocol संचालित करता है और Snopes और PolitiFact जैसी चीजों का इस्तेमाल कर न्यूज के कंटेंट को मापता है. जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं तो ये टूल आपको उस साइट के बारे में जानकारी देगा और गूगल क्रोम आपको एक हरे रंग का चेकमार्क देगा जिससे ये पता चल जाएगा कि वेबसाइट सही है या गलत. इसके बाद जब आप उस आइकन पर क्लिक करेंगे तो आपको ये टूल उस वेबसाइट के बारे में पूरी जानकारी दे देगा कि क्यों ये वेबसाइट रियल है.
नीचे दिए गए कुछ ऐसे रेटिंग्स और नतीजे हैं जो आपको TrustedNews देता है.
Unknown: आपके पास डेटा की कमी है जिसकी वजह से आप इस वेबसाइट पर नहीं जा सकते.
Untrustworthy: वो फेक खबरें जिसका इस्तेमाल यूजर्स को भटकाने के लिए किया जाता है.
Satire: एक ऐसा वेबसाइट जिसमें कंटेंट तो होता है लेकिन फैक्ट्स नहीं होते.
Biased: वेबसाइट जिसका झुकाव एक पार्टी, एक वेबसाइट और किसी चीज को प्रमोट करने के लिए किया जाता है.
Malicious: ऐसा वेबसाइट जो आपके कंप्यूटर को वायरस की मदद से अटैक कर सकता है.
Clickbait: फेक टाइटल की मदद से खबर परोसने वाले वेबसाइट्स.