नई दिल्लीः कैंब्रिज एनालिटिका को लेकर हुए खुलासे के  बाद से ही चारों ओर से आलोचना झेल रहे फेसबुक को अब एक और झटका लगा है. व्हाट्सएप के को-फाउंडर ब्रिएन एक्टॉन भी #deletefacebook कैंपेन से जुड़ गए हैं और उन्होंने यूजर्स से फेसबुक डिलीट करने के लिए कहा है.


उन्होने ट्विट करते हुए कहा कि ये वक्त है फेसबुक डिलीट करने का. आपको बता दें कि व्हाटसएप फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी है. ब्रिएन एक्टॉन ने पिछले साल ही कंपनी से इस्तीफा दिया.





व्हाट्सएप को साल 2009 में बनाया गया और साल 2014 में इसे फेसबुक ने खरीदा. अब फेसबुक पर अपने यूजर्स के डेटा की सेक्योरिटी ना करने का आरोप है.


यहां समझिए क्या है पूरा विवाद
ब्रिटेन के चैनल 4 ने कैम्ब्रिज एनेलिटिका कंपनी के बड़े अधिकारियों का स्टिंग ऑपरेशन किया. कैम्ब्रिज एनेलिटिका कंपनी दुनिया भर के राजनीतिक दलों के लिए चुनाव के वक्त सोशल मीडिया पर कैंपन चलाती है. स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि अपने राजनीतिक दल को जीत दिलाने के लिए ये हर गलत हथकंडे का इस्तेमाल करती है.


स्टिंग ऑपरेशन में खुलासा हुआ है कि आप फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया पर जो समय बिताते हैं, जो बाते लिखते हैं उनका इस्तेमाल कर कैम्ब्रिज एनेलिटिका कंपनी एक विशेष राजनीतिक पार्टी जो उनकी क्लाइंट होती है उसे फायदा पहुंचाती है. आरोप है कि कैम्ब्रिज एनेलिटिका ने साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की राजनितिक पार्ट्र रिपब्लिकन को फायदा पहुंचाया.


कैम्ब्रिज एनेलिटिका पर क्या आरोप है?
कैम्ब्रिज एनेलिटिका कंपनी पर आरोप है कि फेसबुक पर एक ऐप चला कर करीब 5 करोड़ लोगों का डेटा चुराया. इस डाटा का इस्तेमाल 2016 में अमेरिका राष्ट्रपकि डॉनल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव जिताने के लिए किया गया.