नई दिल्ली: फेसबुक ओन्ड वाट्सएप को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. जर्मनी के रिसर्च करने वाले इनकोडर्सके मुताबिक वाट्सएप ग्रुप चैट में एक बड़ा सिक्योरिटी फ्लॉ है, वाट्सएप ग्रुप में एडमिन की इजाजत के बिना नए मेंबर को जोड़ा जा सकता है.


वायर्ड डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी के रुहर यूनिवर्सिटी बोचूम के क्रिप्टोग्राफर ने 'रियल वर्ल्ड क्रिप्टो सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस' में लोगों को बताया कि एप्स के सर्वर का कंट्रोल जिस व्यक्ति के पास है वह नए लोगों को प्राइवेट ग्रुप चैट के बीच में ला सकता है और इसके लिए एडमिन की इजाजत की जरूरत नहीं है.


रिसर्चर पॉल रोस्लर ने कहा, "चूंकि एड हुआ मेंबर सारे नए मैसेज पा सकता है और उन्हें पढ़ सकते हैं, इस तरह ग्रुप की प्राइवेसी खत्म हो जाती है. इस तरह सर्वर कंट्रोल करके सरकार, कोई अपराधी या खुद वाट्सएप आपकी ग्रुप चैट पर नजर रख सकता है. "


इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए फेसबुक के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर एलेक्स स्टेमोस ने ट्वीट करके कहा- "वाट्सएप के बारे में वायर्ड के ऑर्टिकल को पढ़ा , भयभीत करने वाली सुर्खी! लेकिन वाट्सएप ग्रुप चैट में घुसपैठ का कोई गोपनीय रास्ता नहीं है. इस आर्टिकल में कुछ अहम बिंदुओं का जिक्र किया गया है."


व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा, "हमने इस मसले पर सावधानीपूर्वक गौर किया है. वाट्सएप ग्रुप में नए लोगों के शामिल किए जाने पर मौजूदा सदस्यों को सूचित किया जाता है. हमने व्हाट्सएप ग्रुप मैसेजेज़ को ऐसा बनाया है कि सीक्रेट यूजर के पास इसके मैसेज नहीं पहुंच सकते है. यूजर्स की निजता व सुरक्षा वाट्सएप के बहुत ही महत्वपूर्ण है. यही कारण है कि हम बहुत कम जानकारी कलेक्ट करते हैं और सारे मैसेज वाट्सएप पर एनक्रीप्टेड कोड में लिखा होता है. वाट्सएप का कहना है कि एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन अभेद्य है."