क्यों हर महीने 20 लाख अकाउंट डिलीट कर रहा है Whatsapp, ये है वजह
कंपनी हर महीने 20 लाख व्हॉट्सएप अकाउंट को डिलीट कर रही है. ये कदम फेक न्यूज को रोकने के लिए उठाए जा रहे हैं. इसके लिए कंपनी ने मशीन लर्निंग सिस्टम का सहारा लिया है. जहां ये पता किया जा सकता है कि कौन कितनी तादाद में मैसेज कर रहा है तो वहीं किसके कितने अकाउंट्स हैं.
नई दिल्ली: फेक न्यूज को लेकर कुछ महीनों से सरकार और व्हॉट्सएप के बीच बातचीत चल रही है लेकिन अब खबर आ रही है कि भारत में जल्द व्हॉट्सएप को बंद किया जा सकता है. भारत में कारोबार कर रहीं सोशल मीडिया कंपनियों के लिए सरकार द्वारा प्रस्तावित कुछ नियम अगर लागू हो जाते हैं तो इससे व्हॉट्सएप के वर्तमान रूप के अस्तित्व पर भारत में खतरा आ जाएगा. कंपनी के एक शीर्ष कार्यकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. भारत में व्हॉट्सएप के 20 करोड़ मासिक यूजर्स हैं और यह कंपनी के लिए दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है. कंपनी के दुनिया भर में कुल 1.5 अरब यूजर्स हैं.
लेकिन अब ये भी कहा जा रहा है कि कंपनी हर महीने 20 लाख व्हॉट्सएप अकाउंट को डिलीट कर रही है. ये कदम फेक न्यूज को रोकने के लिए उठाए जा रहे हैं. बता दें कि इसके लिए कंपनी ने मशीन लर्निंग सिस्टम का सहारा लिया है. जहां ये पता किया जा सकता है कि कौन कितनी तादाद में मैसेज कर रहा है तो वहीं किसके कितने अकाउंट्स हैं.
कैसे काम करता है मशीन लर्निंग
मशीन लर्निंग उन यूजर्स को पहचानता है जो फेक न्यूज को फैलाते हैं और स्पैम मैसेज भेजते हैं. ये नंबर्स के जरिए उनको डिटेक्ट करता है. इसके बाद अगर यूजर दोबारा उसी नंबर का इस्तेमाल करता है तो सिस्टम उसे बैन कर देता है.
बैन हुए इन 20 लाख अकाउंट में से 75 पर्सेंट अकाउंट ऐसे हैं जिन्हें बिना रिपोर्ट के बैन किया गया है, वहीं 25 फीसदी ऐसे हैं जिनकी पहचान रजिस्ट्रेशन के वक्त हुई और इसके बाद उन्हें बैन किया गया. व्हॉट्सएप ने ऐसा कदम फेक न्यूज को लेकर उठाया है जहां इसका समाधान सिर्फ मशीन लर्निंग के जरिए ही निकाला जा सकता था.