नई दिल्ली: फेसबुक - कैंब्रिज एनालिटिका डेटा लीक के बाद अब प्राइवेसी दुनिया भर में एक बड़ी समस्या बन गई है. जिसके बाद खुद को सुरक्षित रखने के लिए व्हाटस्एप ने सामने आकर एक चौंकाने वाला बयान दिया है. व्हॉट्सएप ने कहा कि, 'वह यूजर्स के बहुत कम आंकड़े' इक्ट्ठा करता है और हर मैसेज एंड- टू- एंड एन्क्रिप्ट रहता है.


फेसबुक के साथ शेयर होता है आपका डेटा


हालांकि ये सच हो सकता है कि व्हाट्सएप अपने यूजर्स के मैसेज में ज्यादा दिलचस्पी न रखता हो और न ही मूल कंपनी फेसबुक के साथ डेटा शेयर करता हो. लेकिन हां व्हाट्सएप अपने नए फीचर पेमेंट की मदद से सूचनाओं को थर्ड पार्टी और फेसबुक के साथ शेयर जरूर करता है.


ये सभी उन नियम और शर्तों के अंदर आती हैं जब आपसे मैसेजिंग एप को डाउनलोड करते समय इन चीजों के लिए सहमति मांगी जाती है.
व्हॉट्सएप ने आगे कहा; 'हम न तो लाइसेंस प्राप्त फाइनेंशियल कंपनी है और न ही UPI सेवाओं के लिए जिम्मेदार.


व्हाट्सएप इसी साल लेकर अाया अपना नया पेमेंट फीचर


फेसबुक ने 2014 में व्हॉट्सएप पर कब्जा किया था. 200 मिलियन से ज्यादा सक्रिय यूजर्स के साथ, तो वहीं दुनिया में व्हाट्सएप के यूजर्स भारत में सबसे ज्यादा हैं. व्हाट्सएप इसी साल अपना नया फीचर UPI पेमेंट ऑप्शन लेकर आया है. आपको बता दें कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) भारत में यूजर्स को वर्चुअल पेमेंट एड्रेस की मदद से पैसे भेजने में मदद करता है. फेसबुक ने पिछले साल खुलासा किया था कि भारत में फेसुबक इस्तेमाल करने वालों की तादाद 20 करोड़ है जिसमें कैंब्रिज एनालिटिका डेटा लीक से 5.62 लाख लोग जूझ रहे हैं. फेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारत में 335 लोग सीधे एप इस्टालेशन के जरिए डेटा लीक से प्रभावित हैं तो वहीं 562,120 लोग संभावित रूप से उन यूजर्स के दोस्तों के रूप में प्रभावित हैं.