WhatsApp अब बताएगा कि भेजा हुआ कौन सा लिंक है झूठा
इस फीचर का नाम है 'सस्पिशियस लिंक डिटेक्शन'. इस नए फीचर को टेस्ट किया जा रहा है ,
नई दिल्ली: व्हाट्सएप पर फैलती अफवाहों और उससे देश में बढ़ते मॉब लिंचिंग के मामले पर की गंभीरता को समझते हुए व्हाट्सएप नए फीचर पर काम कर रहा है. इस फीचर का नाम है 'सस्पिशियस लिंक डिटेक्शन'. इस नए फीचर को टेस्ट किया जा रहा है , इसकी मदद से व्हाट्सएप पर भेजा गया कोई लिंक संदेहास्पद है या नहीं इसकी जानकारी मिल जाएगी. व्हाट्सएप एंड्रॉयड के बीटा वर्जन 2.18.204 पर इस नए फीचर की टेस्टिंग की जा रही है.
व्हाट्सएप के अपडेट से जुड़ी जानकारी देने वाली वेबसाइट WABetaInfo ने इस नए 'सस्पिशियस लिंक डिटेक्शन' की जानकारी दी है. जिसमें कोई लिंक जिस पर संदेह हो उसकी जानकारी व्हाट्सएप खुद अपनी ओर से यूजर्स को देगा. जैसे ही कोई लिंक यूजर को मिलेगा जो फेक या स्पैम होगा तो उसपर व्हाट्सएप की ओर से लाल रंग के फॉन्ट में suspicious link लिखा होगा जिससे यूजर आसानी से पढ़ सकेंगे और जान सकेंगे और जान सकेंगे कि लिंक फेक है.
WABetaInfo की ओर से स्क्रीनशॉट जारी करके ये बताया गया है कि ये नया फीचर कैसे काम करेगा. अगर इस लिंक को फिर भी यूजर क्लिक करके खोलते हैं तो उन्हें व्हाट्सएप अपनी ओर से सावधान करते हुए मैसेज देगा, '"This link contains unusual characters. It may be trying to appear as another site."
तस्वीर- WABetaInfo5 लोगों को ही फॉरवर्ड कर सकेंगे एक मैसेज आपको बता दें कि व्हाट्सएप के बीटा वर्जन पर फेक खबरों को फैलने सो रोकने के लिए एक और फीचर टेस्ट किया जा रहा है जिसमें अगर कोई मैसेज यूजर को फॉरवर्ड किया जाएगा तो उसपर ऊपर की ओर 'Forwarded' लिखा रहेगा. इसकी मदद से यूजर ये समझ सकते हैं कि इस मैसेज को लिख के नहीं बल्कि कहीं से फॉरवर्ड किया गया है और इसका फैक्ट चेक करें. इसके अलावा कोई भी मैसेज भारतीय यूजर्स सिर्फ पांच बार ही फॉरवर्ड कर सकेंगे.
इसके अलावा हाल ही में व्हाट्सएप ने देश के तमाम अखबारों में फेक न्यूज को पहचाने के तरीके बताए थे. इस तरीकों के तमाम अखबारों के पहले पूरे पेज पर जगह दी गई. आपको बता दें भारत सरकार व्हाट्सएप को दो निर्देश जारी कर चुका है जिसमें सरकार ने कंपनी से अफवाहों को लेकर ठोस कदम उठाने को कहा है.