फेक न्यूज़ के खिलाफ Whatsapp की जंग, अखबार के बाद अब टीवी पर चलाया विज्ञापन
अभियान का दूसरा चरण असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, ओड़िशा और तमिलनाडु के 83 रेडियो स्टेशनों पर पांच सितंबर को शुरू हुआ था.
नई दिल्ली: गलत इस्तेमाल किए जाने का आरोप झेल रहे सोशल नेटवर्किंग एप व्हाट्सएप ने भड़काऊ अफवाहों और गलत सूचनाओं के खिलाफ अपनी कोशिशों के तौर पर सोमवार को भारत में अपना पहला टीवी कैम्पेन शुरू किया. लोकप्रिय मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म ने इससे पहले उपयोगकर्ताओं में जागरूकता फैलाने के लिए रेडियो अभियान के दो चरण लांच किए थे. अभियान का पहला चरण बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) के 46 रेडियो स्टेशनों पर 29 अगस्त को शुरू हुआ था.
अभियान का दूसरा चरण असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, ओड़िशा और तमिलनाडु के 83 रेडियो स्टेशनों पर पांच सितंबर को शुरू हुआ था. टीवी अभियान के लिए व्हाट्सएप ने कहा कि उसने उपयोगकर्ताओं के बीच फैलने वाली संभावित अफवाहों के परिदृश्य दिखाने वाली 60-60 सेकेंड की तीन फिल्में बनाने के लिए फिल्म निर्माता शीर्षा गुहा के साथ काम किया.
फेसबुक के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म ने कहा कि राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले शुरू होने वाली फिल्में टीवी, फेसबुक और यूट्यूब पर नौ भाषाओं में उपलब्ध होंगी. व्हाट्सएप के लिए इन फिल्मों का निर्माण करने वाले बोस्को जुबैगा ने कहा, "हम, लोगों को उनके अपनों से स्वच्छंद रूप से जोड़ने में व्हाट्सएप के प्रभाव से खुश हैं. साथ ही हम यह भी मानते हैं कि लोगों के जुड़ने से गलत सूचनाएं फैलती हैं."
भारत में 20 करोड़ उपयोगकर्ताओं वाले मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म पर गलत सूचनाएं फैलने के कुछ मामलों में देश में भीड़ द्वारा हत्या की कुछ घटनाएं भी घटी हैं, जिसके बाद सरकार को कंपनी को सख्त संदेश देना पड़ा. केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अगस्त में व्हाट्सएप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) क्रिस डेनियल्स से मुलाकात कर कहा था कि प्लेटफॉर्म को नियमों के अनुसार चलना चाहिए और इसके दुरोपयोग को रोकने के लिए उचित कदम उठाने होंगे. जुबैगा ने उम्मीद जताई कि इस अभियान से लोगों को व्हाट्सएप पर सुरक्षित रहने की जानकारी मिलेगी.