नई दिल्ली: व्हॉट्सएप ने बुधवार को एलान किया कि अब यूजर्स इस बात पर खुद फैसला कर पाएंगे कि वो किस ग्रुप में जुड़ना चाहते हैं और किसमें नहीं. इस फीचर को आनेवाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए लॉन्च किया गया है.


व्हॉट्सएप ने अपने एक बयान में कहा कि, ‘‘व्हॉट्सएप ग्रुप परिजनों, दोस्तों, सहकर्मियों, सहपाठियों और दूसरे लोगों को एक साथ जोड़ने का माध्यम बना रहेगा. चूंकि लोग महत्वपूर्ण चैट के लिए ग्रुप से जुड़ते हैं, उन्होंने अपने अनुभव के बारे में अधिक कंट्रोल की मांग की.’’


कैसे करेगा ये फीचर काम


कंपनी ने प्राइवेसी सेटिंग में एक नए फीचर की शुरुआत की है. इसके जरिए यूजर्स यह तय कर सकते हैं कि उन्हें किसी व्हॉट्सएप ग्रुप में कौन जोड़ सकता है. इसके लिए तीन विकल्प दिए गए हैं. पहले विकल्प के तहत यूजर्स को कोई भी किसी ग्रुप में नहीं जोड़ सकता है. दूसरे विकल्प के तहत यूजर्स को सिर्फ वही लोग ग्रुप में जोड़ सकते हैं जो पहले से उनकी कांटैक्ट सूची में जुड़े हुए हों. तीसरे विकल्प में हर किसी को ग्रुप में जोड़ने की सुविधा दी गई है. बता दें कि इससे पहले किसी भी यूजर को कोई भी व्हॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा जा सकता था.


क्या है दूसरा फीचर?


इनके अलावा व्हॉट्सएप ने एक दूसरे फीचर की भी शुरुआत की है. यदि कोई आपको किसी ग्रुप में जोड़ता है तो प्राइवेट चैट के जरिए इसका लिंक आपको मिलेगा. यदि आप तीन दिन के भीतर रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेते हैं तो आप ग्रुप में शामिल हो जाएंगे. यदि आपने तीन दिन तक रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं किया तो वो अपने आप खत्म हो जाएगा.
कंपनी ने कहा कि इन फीचरों की शुरुआत बुधवार से की गई है. जहां आने वाले सप्ताह में ये फीचर दुनिया भर में उपलब्ध हो जाएंगे.