नई दिल्लीः डिजिटल पेमेंट एकबार फिर चर्चा में है. पेमेंट का इस तरह जिक्र एक बार फिर इसलिए जरुरी है क्योंकि इसबार दुनिया की सबसे मशहूर इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप और डिजिटल पेमेंट एप पेटीएम आमने-सामने हैं.
डिजिटल पेमेंट के मामले में अब तक पेटीएम सबसे आगे है. नवंबर साल 2016 में केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के वक्त अगर किसी को इसका सबसे ज्यादा फायदा हुआ तो वो है पेटीएम. फरवरी 2017 की बात करें तो पेटीएम ने 7,00,000 यूजर्स (एक दिन लेन-देन करने वाले) होने का दावा किया था. यानि कुल मिलाकर फ्री-चार्ज, मोबिक्विक जैसे ई-वॉलेट के बीच पेटीएम सबसे मशहूर हुआ. लेकिन अब डिजिटल पेमेंट की दुनिया में व्हाट्सएप के कदम रखने से पेटीएम के लिए ये राह मुशकिल हो सकती है.
इन प्वाइंट के जरिए समझें कैसे पेटीएम के लिए व्हाट्सएप मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
यूजर बेस: व्हाट्सएप एक ऐसा ऐप है जिसके भारत में 200 मिलियन यानी 20 करोड़ यूजर्स हैं. जो एक बेहद बड़ा यूजर बेस है. ऐसे में पेटीएम का यूजर बेस व्हाट्सएप के मुकाबले छोटा है. जाहिए है व्हाट्सएप की भारत में लोगों तक पेटीएम से ज्यादा पहुंच है.
सबकुछ एक एप में: अबतक हम व्हाट्सएप पर लोगों से चैट, इमेज शेयरिंग, वीडियो चैट करते थे. अब यहां हम पैसों का लेन-देन भी कर सकेंगे. ऐसे में अगर एक ही प्लेटफॉर्म पर यूजर को सभी विकल्प मिलेंगे तो ये आसान होगा. पेटीएम एक अलग एप है. जिनके पास अबतक पेटीएम एप नहीं है वो व्हाट्सएप के पेमेंट एप का ही इस्तेमाल करेंगे.
व्हाट्सएप ब्रांड का फायदाः फेसबुक ओन्ड व्हाट्सएप को भारतीयों के बीच अपनी पहचान का फायदा मिलेगा. अगर ये कोई नई पेमेंट ब्रांड होती तो यूजर बेस बनाना मुश्किल हो सकता था लेकिन अच्छा-खासा यूजर बेस और लोकप्रियता का फायदा व्हाट्सएप को मिलेगा.
बीटा फीचर ने बटोर ली हैं सुर्खियां: खास बात ये है कि अबतक व्हाट्सएप ने पेमेंट फीचर को बीटा वर्जन के लिए ही लॉन्च किया है. यानी इसे एप के ऑफिशियल वर्जन के लिए नहीं उतारा गया है, कुछ बीटा यूजर्स पर ही पेमेंट फीचर की टेस्टिंग हो रही है. ये टेस्टिंग 1 मिलियन (10 लाख) यूजरबेस पर ही होगी. गौर करने वाली बात है कि बीटा टेस्टिंग पर ही व्हाट्सएप के फीचर ने डिजिटल पेमेंट के मुद्दे को गरमा दिया है. जबकि 200 करोड़ में से 10 लाख बहुत छोटी संख्या है. अबतक इसकी पहुंच 200 करोड़ यूजर तक नहीं हुई है तो इतनी चर्चा है जब ये सभी यूजर तक पहुंचेगा तो पेटीएम की मुश्किलें और बढ़ेंगी.
क्या है UPI पेमेंट
अगस्त 2016 में NPCI (The National Payments Corporation of India) ने पेमेंट का आसान तरीका UPI (Unified Payment Interphase) उतारा. यूनिफाईड पेमेंट इंटरफेज एक ऐसा पेमेंट सिस्टम है जिसमें आप बेहद आसान तरीके किसी देश में किसी को भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. ये यूजर के मोबाइल नंबर की मदद से खाते की जानकारी जुटाता है. इसमें यूजर यूनिक आईडी बना कर पैसे ट्रांसफर कर सकता है. ये एक पेमेंट सिस्ट है जिसका लाइलेंस NPCI (National Payment Corporation) बैंकों को देता है. जिससे बैंक अपने एप में पैसे ट्रांसफर के लिए NEFT, IMPS के साथ ही UPI का भी ऑप्शन देते हैं. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां अकाउंट नंबर के बिना ही पैसे ट्रांसफर या पेमेंट की जा सकती है.