नई दिल्लीः गलत सूचनाएं और फर्जी खबरों के फलने का मीडिम बना व्हाट्सएप भारत में जांच का सामना कर रहा है और ऐसे में उसकी पेमेंट सर्विस के लिए एप यूजर्स को और लंबा इंताजार करना पड़ेगा. व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी फेसबुक ने कहा है कि अपने इंस्टैंट मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफार्म के 20 करोड़ यूजर्स के लिए पीयर-टू-पीयर भुगतान फीचर को शुरू करने के लिए सरकार की हरी झंडी का इंतजार कर रही है.
साल 2018 की दूसरी तिमाही के नतीजों को जारी करते हुए कंपनी के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने विश्लेषकों को बताया कि यह लोगों को एक-दूसरे को पैसे भेजने में योगदान देने का एक आसान तरीका है. इसे शानदार प्रतिक्रिया मिली है. सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद बड़े पैमाने पर यूजर्स इसका प्रयोग करेंगे."
अभी पेमेंट ऑप्शन का चल रहा है बीटा टेस्ट
व्हाट्सएप ने भारत में इस साल फरवरी महीने में व्हाट्सएप पेमेंट का बीटा ऑपरेशन शुरु किया. इस बीटा ऑपरेशन के दौरान ये एक मिलियन यानी 10 लाख यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है. अगले हफ्ते इसके लॉन्च के साथ ही ये भारत में 200 मिलियन से ज्यादा यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा. ये आंकड़ा पेटीएम के यूजर्स से 20 गुना ज्यादा है.
व्हाट्सएप पेमेंट UPI बेस्ड पेमेंट पर करता है काम
व्हाट्सएप पेमेंट UPI यानि यूनिफाईड पेमेंट इंटरफेज पर काम करता है. ये एक ऐसा पेमेंट सिस्टम है जिसमें आप बेहद आसान तरीके किसी देश में किसी को भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. ये यूजर के मोबाइल नंबर की मदद से खाते की जानकारी जुटाता है. इसमें यूजर यूनिक आईडी बना कर पैसे ट्रांसफर कर सकता है. ये एक पेमेंट सिस्ट है जिसका लाइलेंस NPCI (National Payment Corporation) बैंकों को देता है. जिससे बैंक अपने एप में पैसे ट्रांसफर के लिए NEFT, IMPS के साथ ही UPI का भी ऑप्शन देते हैं. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां अकाउंट नंबर के बिना ही पैसे ट्रांसफर या पेमेंट की जा सकती है.