Fake News पर Whatsapp का जवाब, कहा- अपने प्लेटफॉर्म का नेचर नहीं बदल सकते
Whatsapp लंबे वक्त से फेक न्यूज को लेकर भारत सरकार के निशाने पर है.
Whatsapp: फेक न्यूज की बढ़ती तादाद को लेकर सबसे पॉपुलर मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप्प भारत सरकार के निशाने पर है. भारत सरकार ने व्हाट्सएप्प से कहा है कि वह जल्द से जल्द अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज को फैलने से रोकने का तरीका तलाश करे. इसके जवाब में व्हाट्सएप्प का कहना है कि उसका प्लेटफॉर्म लोगों के लिए निजी संवाद की जगह है और वह इसके नेचर को बदलना नहीं चाहते हैं. व्हाट्सएप्प अपने ऐप को 'पब्लिक प्लेटफॉर्म' भी नहीं बनने देना चाहता है.
व्हाट्सएप्प के एक अधिकारी ने कहा, ''व्हाट्सएप्प को लोगों के निजी संवाद के लिए बनाया गया है. हम इस प्लेटफॉर्म को आपस में जानने वाले लोगों तक ही सीमित रखना चाहते हैं. हमने लोगों के डेटा की सुरक्षा के लिए ही एंड टू एंड एन्क्रिप्शन सर्विस शुरू की है.''
90 फीसदी ग्रुप में 10 से भी कम मेंबर्स
उन्होंने आगे कहा, ''हमारा प्लेटफॉर्म अब भी निजी संवादों के लिए ही ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. हमने ग्रुप में 256 लोगों को जोड़ने का विकल्प रखा है, पर आज भी हमारे प्लेटफॉर्म पर मौजूद ग्रुप में 90 फीसदी ग्रुप ऐसे हैं, जिनमें 10 लोगों के भी कम मेंबर हैं.''
व्हाट्सएप्प ने भारत में फेक न्यूज को रोकने के लिए फॉरवर्ड किए जाने वाले मैसेज पर 5 की लिमिट सेट की थी. भारत में इस फीचर के सफल प्रयोग के बाद इस फीचर को बाकी देशों में भी लागू किया गया.
एंड टू एंड एन्क्रिप्शन पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ''हमारे लिए एंड टू एंड एन्क्रिप्शन हटाना मुमकिन नहीं है. अगर हम उसे हटा देते हैं तो व्हाट्सएप्प पहले के जैसा प्रोडक्ट नहीं रह पाएगा.''