नई दिल्लीः व्हाटसएप के मैसेज की सिक्योरिटी को लेकर सिर्फ देश में ही नहीं पूरी दुनिया में लोग परेशान हैं. लोग व्हाटसएप से हटकर अब दूसरे मैसेजिंग एप और कॉलिंग एप्स का विकल्प ढूंढ रहे हैं. इसी से जुड़ी एक बड़ी खबर आई है. व्हाटसएप की डाउनलोडिंग की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है और गूगल प्ले स्टोर पर सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाली एप्स में से व्हाटसएप पहले से गिरकर चौथे स्थान पर आ गई है.


इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक ऐसा बताया जा रहा है. एप एनालिटिक्स फर्म एप एनी ने ये जानकारी ईटी के साथ साझा की है. सैन फ्रैंसिस्को में इसका हेडक्वार्टर स्थित है. इसकी रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हाटसएप के जासूसी मामले के सामने आने के बाद टेलीग्राम और सिग्नल दो ऐसी सिक्योर मैसेजिंग एप और कॉलिंग एप्स हैं जिनके डाउनलोड हाल के दिनों में काफी बढ़ गए हैं.



सिग्नल
iOS स्टोर पर सिग्नल की डाउनलोडिंग इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि सोशल नेटवर्किंग एप डाउनलोड कैटेगरी में इस एप का नंबर 105वें से सीधा 39वें स्थान पर आ गया है. ये डेटा 3 नंवबर को दर्ज किया गया है और ये भारत का डेटा है. सिर्फ एक हफ्ते पहले दर्ज किए गए आंकड़ों में ही इस एप का स्थान 105वां था. वहीं गूगल प्ले स्टोर पर देखा जाए तो इसका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है. एक हफ्ते पहले भारत में कम्यूनिकेशन एप डाउनलोड कैटेगरी में इसका स्थान 255वां था जो कि 1 नवंबर को उछलकर 31वें स्थान पर आ गया.


टेलीग्राम
वहीं टेलीग्राम जो कि एक रूसी एप है इसकी भी डाउनलोडिंग संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखी जा रही है. टेलीग्राम एप ऐसे खास प्रोटोकॉल का प्रयोग करती है जो कि भेजे और पाए गए मैसेज को कई बार चेक करती है. इस तरह के इन्क्रिप्शन के अतिरिक्त ये भेजे गए मैसेज की लेंथ भी चेक करती है. अगर सेंडर ने 32 कैरेक्टर का मैसेज भेजा है तो ये एप ये चेक करती है कि रिसीवर को 32 कैरेक्टर का ही मैसेज मिला या नहीं. इसके अलावा टेलीग्राम के पास एक और फीचर भी है. टेलीग्राम हर भेजे गए मैसेज को एक यूनीक सीक्वेंस नंबर देता है और जब मैसेज रिसीवर को मिलता है तो एप ये चेक करती है कि भेजा गया मैसेज का वही सीक्वेंस हो.


टेलीग्राम पर आने वाले मैसेज, फाइल्स, दस्तावेज और फोटो यूजर के फोन में नहीं बल्कि क्लाउड पर स्टोर होते हैं जिसके लिए बैकअप की जरूरत नहीं होती, वहीं इस पर कितनी भी बड़ी साइज की फाइल यूजर्स भेज और रिसीव कर सकते हैं.


क्या है व्हाटसएप जासूसी मामला
हाल ही में व्हाट्सएप ने जानकारी दी थी कि इसराइल की साइबर इंटेलिजेंस कंपनी NSO ने अपने स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल भारत में भी किया. इस साल मई के महीने में इसके जरिए भारत के कई पत्रकारों, वकीलों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के व्हाट्सएप की जासूसी की गयी. व्हाट्सएप ने इसके लिए एनएसओ पर मुकदमा भी किया है.