नई दिल्ली. ऐसा लगता है कि फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप का समय कुछ अच्छा नहीं चल रहा है. हाल ही में, व्हाट्सएप ने स्वीकार किया कि भारत सहित सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, वकीलों और वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों के व्हाट्सएप यूजर्स की जासूसी पेगासस स्पाईवेयर के सहारे की गई.


व्हाट्सएप के अनुसार, इजराइल की एक कंपनी NSO Group द्वारा यह स्पाईवेयर बनाया गया था.


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अब व्हाट्सएप के उपर एक और खतरा मंडरा रहा है. व्हाट्सएप के अनुसार, हैकर्स इन्फेक्टेड वीडियो फाइल, MP4 भेजकर फोन को हैक करने की कोशिश कर रहे हैं. एमपी 4 फाइल पर क्लिक करते ही आपका सारा डाटा लीक हो सकता है. इसके लेकर व्हाट्सएप ने एक एडवाइजरी जारी की है.


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साथ ही सीईआरटी-इन ने परामर्श में कहा कि व्हाट्सऐप में एक खामी का पता चला है. इसके जरिये हैकर कहीं दूर बैठे आपके उपकरण से सूचनाएं चुरा सकते हैं. उसने कहा कि इसमें उपयोक्ता जैसे ही संक्रमित एमपी4 फाइल डाउनलोड करते हैं, उनके उपकरण में दर्ज सूचनाओं पर चोरी का जोखिम उपस्थित हो जाता है.


इसके लिए उनसे किसी तरह की सहमति नहीं मांगी जाती. सीईआरटी-इन ने कहा कि व्हाट्सऐप के छह से अधिक संस्करण (अपडेट) में यह खामी मौजूद है.


जारी एडवाइजरी के अनुसार इसके जोखिम को कम करने के लिए व्हाट्सएप यूजर्स को तुरंत अपना एंड्रॉइड फोन या ऐप्पल आईफोन को प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से अपडेट करना है. इससे आप अपनी पर्सनल इनफार्मेशन को लीक होने से बचा सकते हैं.