अब टिकटॉक को मिलेगी शार्ट वीडियो प्लेटफार्म फायरवर्क एप से टक्कर?
फायरवर्क यूजर्स को 30 सेकेंड के वीडियो बनाने की अनुमति देगा और इसके पेटेंट पेंडिंग तकनीक 'रिविल' के साथ यूजर्स हॉरिजोंटल और वर्टिकल दोनों वीडियो अपने मोबाइल डिवाइस से एक ही शॉट में बना सकेंगे.
भारत में शार्ट वीडियो प्लेटफार्म की लोकप्रियता के मद्देनजर टिकटॉक, वीगो वीडियो और लाइकी जैसे एप काफी लोकप्रिय हैं. इनकी बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए सिलिकॉन वैली की एक और प्लेटफार्म फायरवर्क अब भारतीय बाजार में दाखिल हो रही है. फायरवर्क एक सुईट ऑफ एप्स का हिस्सा है, जिसका निर्माण रेडवुड कैलिफोर्निया स्थित इनक्यूबेटर स्टार्ट-अप लूप नॉऊ टेक्नॉलजीज ने किया है, जो अगली पीढ़ी के उपभोक्ता मोबाइल एप्लिकेशंस पर केंद्रित है.
लूप नॉऊ टेक्नॉलजीज ने मुख्य सीईओ विंसेंट यांग ने सोमवार को एक बयान में कहा, "भारत में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता स्मार्टफोन बाजार है और क्रांति का हिस्सा बनना रोमांचक है, जिसने सभी को प्रभावित किया है."
फायरवर्क यूजर्स को 30 सेकेंड के वीडियो बनाने की अनुमति देगा और इसके पेटेंट पेंडिंग प्रौद्योगिकी 'रिविल' के साथ यूजर्स हॉरिजोंटल और वर्टिकल दोनों वीडियो अपने मोबाइल डिवाइस से एक ही शॉट में बना सकेंगे.
भारत में फायरवर्क मनोरंजन उद्योग के कुछ बड़े नामों के साथ काम करने पर ध्यान दे रही है और अब तक एएलटी बालाजी और हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ साझेदारी कर चुकी है.
फायरवर्क के मुख्य राजस्व अधिकारी कोरी ग्रेनियर ने सोमवार को एक बयान में कहा, "रिपोर्टो से पता चलता है कि भारतीय उपभोक्ता रोजाना करीब 170 मिनट रोजाना एप्स पर व्यतीत करते हैं और अतीत में भारत में एक अरब एप डाउनलोड से ज्यादा देखा गया है. हमारे आईओएस और एंड्रायड पर 30 लाख से ज्यादा पंजीकृत यूजर्स है. भारतीय बाजार हमारी इस संख्या में काफी वृद्धि करेगा."