Wireless Earbuds की होती हैं ये कमियां, खरीदने से पहले कर लें गौर
वायरलेस इयरबड लोकप्रिय हैं, लेकिन इनमें कमियां भी हैं. वायर्ड इयरफोन की तुलना में इनकी साउंड क्वालिटी कम है, साउंड में देरी होती है और कनेक्शन में परेशानी आती है.
वायरलेस इयरबड्स पिछले कुछ सालों में खूब लोकप्रिय हुए हैं. ऑफिस से लेकर जिम और ट्रेन से लेकर बाजार तक, हर जगह वायरलेस इयरबड्स लगाए लोग दिख जाएंगे. इनका सुविधाजनक होना इन्हें लोकप्रिय बना रहा है. चार्ज कर जेब में रखने के बाद इन्हें कहीं भी और कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि, कुछ ऐसी वजहें हैं, जिनके चलते ये वायर्ड इयरफोन जितने सुविधाजनक नहीं हैं. आज हम आपको इनकी कुछ ऐसी ही खामियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
साउंड क्वालिटी का होता है नुकसान
वायरलेस इयरबड्स साउंड क्वालिटी में वायर्ड इयरफोन का मुकाबला नहीं कर सकते. जब आप वायर्ड इयरफोन इस्तेमाल करते हैं तो आपको सोर्स से बिना किसी कंप्रेशन और बिना क्वालिटी खराब हुए साउंड सुनाई देती है, लेकिन ब्लूटूथ से सुनते समय कम बैंडविड्थ के कारण साउंड क्वालिटी थोड़ी खराब हो जाती है.
साउंड होती है डीले
वायरलेस इयरबड्स में साउंड डीले होता है. इसकी वजह यह है कि इन इयरबड्स को डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में बदलना पड़ता है. जिससे 40-300 मिलीसेकंड का डीले होता है. गाने सुनते या वीडियो देखते समय इसका पता नहीं चलता, लेकिन वाद्य यंत्र बजाते या साउंड एडिटिंग करते समय यह बड़ी परेशानी खड़ी करता है. इसलिए यहां भी यह वायर्ड इयरफोन के मुकाबले में पिछड़ जाते हैं.
कनेक्शन में परेशानी
ब्लूटूथ कनेक्शन में बाधा आना आम बात है. इस वजह से कनेक्शन टूट जाता है. भीड़भाड़ वाली जगहों पर यह समस्या ज्यादा होती है. कई बार जींस की पिछली पॉकेट में फोन रखने पर भी वायरलेस ब्लूटूथ का कनेक्शन टूट जाता है, जिससे गाने सुनने का अनुभव खराब होता है. दूसरी तरफ वायर्ड इयरबड्स में ऐसी कोई समस्या नहीं आती.
बार-बार चार्जिंग का झंझट
वायर्ड इयरबड्स में बार-बार चार्जिंग का झंझट रहता है. अगर आपको कहीं बाहर जाना है और आप इयरबड्स चार्ज करना भूल जाते हैं तो ये आपके कोई काम नहीं आएंगे. बिना चार्जिंग के ये किसी काम नहीं आते. लगातार चार्ज करते रहने से भी लंबे समय में इनकी बैटरी लाइफ कमजोर हो जाती है.
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