Xiaomi ने वियरेबल डिवाइस सेगमेंट में Apple को छोड़ा पीछे
आईडीसी की 'वर्ल्डवाइड क्वार्टरली वियरेबल डिवाइस ट्रैकर' के अनुसार, वियरेबल डिवाइसेज की वैश्विक खपत 2018 की तीसरी तिमाही में 3.2 करोड़ यूनिट तक पहुंच गई जो पिछले वर्ष से 21.7 प्रतिशत ज्यादा है.
नई दिल्ली: चीन के बाहर भारत और दूसरे बाजारों में अपने एमआई बैंड 3 को मिली सफलता पर सवार चीनी कंपनी शाओमी ने तीसरी तिमाही में वैश्विक वियरेबल सेगमेंट में 21.5 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ शीर्ष स्थान पर कब्जा कर लिया है और इसके साथ ही 13.1 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ एपल दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. इंटरनेशनल डाटा कार्पोरेशन (आईडीसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
आईडीसी की 'वर्ल्डवाइड क्वार्टरली वियरेबल डिवाइस ट्रैकर' के अनुसार, वियरेबल डिवाइसेज की वैश्विक खपत 2018 की तीसरी तिमाही में 3.2 करोड़ यूनिट तक पहुंच गई जो पिछले वर्ष से 21.7 प्रतिशत ज्यादा है. शाओमी की कुल खपत का 80 प्रतिशत उपभोक्ता हालांकि चीन है. कंपनी के भारत, यूरोप, मध्य-पूर्व और अफ्रीका जैसे अन्य बाजारों में जगह बनाने में सफल होने के बाद यह आंकड़ा अब 61 फीसदी पर गिर गया है.
शाओमी के 69 लाख वियरेबल यूनिट्स बिके, वहीं एपल के मात्र 42 लाख यूनिट्स बिके. 35 लाख यूनिट्स की बिक्री के साथ फिटबिट तीसरे स्थान पर रही. स्मार्टवाच श्रेणी की डिवाइसेज में पाए जाने वाले नोटीफिकेशन या सिंपल एप इंटीग्रेशन जैसे नए फीचर भी वियरेबल डिवाइस में जुड़ गए हैं. आईडीसी मोबाइल डिवाइस ट्रैकर्स के वरिष्ठ रिसर्च एनलिस्ट जीतेश उब्रानी ने कहा, "इससे उपभोक्ता की और ज्यादा सक्षम डिवाइस की मांग पूरी करने में मदद मिली है वहीं बाजार में औसत कीमत कायम रखने की छोटे बिक्रेताओं के दवाब में कमी आई है और स्मार्टवाच की कीमतों में कमी आई है."
उन्होंने कहा, "और ज्यादा फीचर जुड़ने और बेसिक ट्रेकर्स तथा स्मार्टवाचेज की कीमतों में कम अंतर होने से ब्रांड उपभोक्ताओं के स्मार्टवाच की ओर जाने से रोक सकता है." फिटबिट, गार्मिन और हुआवेई जैसे नए ब्रांड की सहायता से मूल वियरेबल कैटेगरी की बिक्री में इस तिमाही में वृद्धि हो सकती है.