नई दिल्ली: देश का स्मार्टफोन बाजार साल 2017 की चौथी तिमाही में 6 फीसदी की दर से बढ़ा. इस दौरान चीनी स्मार्टफोन कंपनी शाओमी ने भारतीय बाजार में कुल 82 लाख स्मार्टफोन बेचे, जिसके बाद सैमसंग ने कुल 73 लाख स्मार्टफोन बेचे. सिंगापुर की रिसर्च कंपनी कैनालिस ने यह जानकारी दी. सैमसंग ने हालांकि इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि दक्षिण कोरियाई दिग्गज अभी भी भारतीय स्मार्टफोन बाजार में काफी अधिक मार्जिन के साथ टॉप पर कायम है.



कैनालिस के मुताबिक, श्याओमी और सैमंसग के साथ वीवो, ओप्पो और लेनोवो भारतीय बाजार की टॉप पांच कंपनियों में शामिल रही और देश में कुल 3 करोड़ स्मार्टफोन की बिक्री हुई.


कैनालिस के रिसर्चर इशान दत्त ने एक बयान में कहा, "शाओमी की बढ़त में कई कारकों का योगदान है, लेकिन इसकी सफलता का मुख्य कारण इसकी भारतीय यूनिट का ऑटोनॉमस होना है, जो देश में अपने तरीके से कारोबार चलाती है."


सैमसंग इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया, "जर्मनी की रिसर्च कंपनी जीएफके जो फोन बिक्री को ट्रैक करती है. उसकी रिपोर्ट के मुताबिक सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी पिछली (नवंबर) तिमाही में मूल्य के आधार पर 40 फीसदी और बेची गई फोन की संख्या के आधार पर 45 फीसदी है."


प्रवक्ता ने कहा, "सैमसंग सभी रेंज में मोबाइल फोन बनाती है और 2017 में स्मार्टफोन कारोबार के सभी सेगमेंट में बाजार में सबसे आगे रही. ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि, सैमसंग भारत का सबसे 'भरोसेमंद ब्रांड' है. बाजार में अपने लीडिंग कंपनी बनने का श्रेय हम देश के लाखों ग्राहकों को देते हैं."


शाओमी और सैमसंग मिलकर भारत के स्मार्टफोन बाजार के 50 फीसदी से ज्यादा हिस्से का मार्केट शेयर रखते हैं. शाओमी की भारत में सफलता से कंपनी की ग्लोबल स्ट्रैटजी पर बेहतर असर पड़ेगा.


कैनालिस्ट के दूसरे रिसर्चर रुषभ दोषी का कहना है, " 2018 में इस वृद्धि दर को बनाए रखना मुश्किल होगा. जैसा कि भारत में शाओमी की बाजार हिस्सेदारी एक ठहराव के स्तर पर पहुंच चुकी है, वहीं चीन का बाजार लगातार सिकुड़ रहा है. इन बाजारों में उसे वृद्धि दर बढ़ाने के लिए संघर्ष करना होगा. इसलिए शाओमी अन्य वैश्विक बाजारों में अपने कारोबार का विस्तार कर रही है."


सैमसंग ने वित्त वर्ष 2016-17 में मोबाइल कारोबार में 27 फीसदी की वृद्धि दर्ज की और इसका कारोबार कुल 34,300 करोड़ रुपये रहा.