नई दिल्ली: विडियो मीट ऐप जूम की पॉप्युलैरिटी लगातार बढ़ती जा रही है. काफी कम समय में इसने लोगों के बीच इस्तेमाल होने वाले एप में वॉट्सऐप और टिकटॉक को पीछे छोड़ दिया था. जूम की पॉप्युलैरिटी का अंदाजा आप इसी बात ले लगाइए कि 5 करोड़ डाउनलोड के साथ यह वक्त प्ले स्टोर का नंबर वन ऐप बन गया है.


इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसके जरिए एकसाथ 100 लोगों के साथ विडियो कॉलिंग की जा सकती है. हालांकि इसके ज्यादा यूजर्स होने के साथ ही इस पर हैकिंग का खतरा भी बढ़ गया है. यह मशहूर ऐप अब हैकर्स के निशाने पर है. हैकर्स प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी बग्स के जरिए कमाई कर रहे हैं.


हालांकि जूम पहले भी विवादों में रहा है लेकिन अब बड़ा खुलासा हुआ है. यह खुलासा मदरबोर्ड ने हाल ही में एक हैकर का इंटरव्यू में किया है. इस इंटरव्यू में हैकर ने दावा किया है कि जूम ऐप्स में प्रिवेसी और सिक्यॉरिटी बग्स 5,000 से 30,000 डॉलर तक की कीमत में डार्क वेब पर बिक रहे हैं.


ऐसा नहीं है कि यह पहली बार यह एप विवादों में आया है. इससे पहले मदरबोर्ड की ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था जूम ऐप का iOS वर्जन यूजर्स के डेटा को फेसबुक तक पहुंचा रहा है.