Google AI Tool Bard: टेक जॉइंट गूगल के लिए ओपन एआई का चैटबॉट चैट जीपीटी मुसीबत बना हुआ है. लगातार चैट जीपीटी की पॉपुलैरिटी बढ़ रही है और अब तक ये चैटबॉट कई प्रोडक्ट ओर सर्विसेस में इंटीग्रेट हो चुका है. चैट जीपीटी को देखकर ही गूगल ने अपने एआई चैटबॉट पर काम तेज किया है. कंपनी ने अपना चैटबॉट, Bard अभी सभी के लिए लाइव नहीं किया है. इस बीच एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसने गूगल को डराकर रख दिया है. दरअसल, मार्च महीने में गूगल के कुछ कर्मचारियों को ये जानकारी पता लगी कि साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग जोकि मोबाइल इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी है वह अपने स्मार्टफोन में गूगल सर्च इंजन के बजाय माइक्रोसॉफ्ट बिंग को लाने पर विचार कर रही है. ये खबर सुनते ही गूगल के इंटरनल स्टाफ में सनसनी मच गई क्योंकि ये एक बड़ी खबर थी और इससे सीधे तौर पर कंपनी को रेवेन्यू में भारी नुकसान होने वाला था.
गूगल अपने सर्च इंजन में नए AI फीचर करेगा एड
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग के इस फैसले से गूगल को 3 बिलियन डॉलर का नुकसान एनुअल रिवेन्यू के तौर पर हो सकता है. साथ ही 20 बिलियन डॉलर का एक कॉन्ट्रैक्ट एपल के साथ कंपनी ने किया हुआ है जो इस साल रिन्यू होना है. पिछले 25 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब गूगल किसी कंपनी से डरा हुआ है और लगातार कंपनी को एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं.
इस बीच गूगल भी जोरों-शोरों से अपने चैटबॉट और सर्च इंजन को नए तरीके से अपडेट करने पर काम कर रहा है. जानकारी के मुताबिक, गूगल अपने सर्च इंजन में नए AI से जुड़े फीचर जोड़ने वाला है ताकि लोगों को ब्राउजिंग करने में और अच्छा एक्सपीरियंस मिल पाए. सर्च इंजन में ऐड होने वाले तमाम नए फीचर्स 'मैगी' प्रोजेक्ट नेम के अंदर टेस्ट किए जा रहे हैं. ये भी कहा जा रहा है कि गूगल का अपडेटेड सर्च इंजन मौजूदा सर्च इंजन से काफी बेहतर होगा और यूजर की सभी नीड्स को पूरा करेगा.
गूगल के सामने है ये चुनौती
कंपनी की स्पोक्सपर्सन लारा लेविन ने एक स्टेटमेंट में कहा कि हर आईडिया या प्रोडक्ट एकाएक सर्च इंजन पर लॉन्च नहीं किया जा सकता. दरअसल, कई सालों से लोग गूगल सर्च इंजन पर रेस्टोरेंट, बीमारी का इलाज, खाना, कंपनी, किताबें आदि कई चीजें ढूंढते हैं. ये सभी काम लोग एक वाइट पेज पर करते हैं जहां एक सर्च बार और कंपनी का लोगो लगा हुआ है.
लारा लेविन ने कहा कि यदि अचानक कंपनी इस सर्च इंजन पर बदलाव करती है तो इससे कई लोगों की जिंदगी पर प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि वे गूगल के इस वाइटपेज के आदी हो चुके हैं. खैर फिलहाल कंपनी अपने चैटबॉट पर काम कर रही है और इसे आने वाले समय में गूगल, सर्च इंजन के साथ इंटीग्रेट जरूर करेगा. लेकिन ये किस तरह से होगा ये देखने वाली बात होगी.
बता दें, सैमसंग हर साल कई लाख स्मार्टफोन गूगल के एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर पर तैयार करता है. जब गूगल के कर्मचारियों को ये खबर पता लगी कि सैमसंग सर्च इंजन को रिप्लेस करने की सोच रहा है तो इस खबर से कर्मचारी डर गए थे.
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