आईटी सेक्टर में पिछले कुछ महीनों से आप ये देख रहे होंगे कि लगातार हजारों कर्मचारियों को गुड बाय बोला जा रहा है. दफ्तरों से निकाले जाने के बाद कर्मचारी सोशल मीडिया के माध्यम से अपना दर्द लोगों के बीच रख रहे हैं. कुछ कर्मचारी तो ऐसे हैं जिन्होंने 15 से 20 साल किसी बड़ी कंपनी में काम किया है और इसके बावजूद अचानक उन्हें निकाल दिया गया. टेक जॉइंट गूगल अब तक हजारों कर्मचारियों को कंपनी से निकाल चुका है. इस बीच एक ऐसी खबर सामने आ रही है जो इंसानियत को भी शर्मसार करने वाली है. दरअसल, गूगल में वर्षो से 'वीडियो प्रोडक्शन मैनेजर' के तौर पर काम कर रहे कर्मचारी को गूगल ने तब कंपनी से निकाल दिया जब वो अपनी कैंसर से पीड़ित मां की सेवा के चलते छुट्टी में थे. कर्मचारी को ऑफिस से निकाले जाने का पता तब लगा जब वो अपने लैपटॉप से कंपनी का लॉग-इन कर रहे थे लेकिन उनका अकाउंट डिलीट हो चुका था. इसी तरह की दर्जनों ऐसी खबरें हैं जहां कर्मचारियों को अचानक इस बात का पता लगा कि कंपनी ने उन्हें गुड बाय बोल दिया है.




LinkedIn पर लिखी ये बात


कर्मचारी ने LinkedIn के जरिए अपना दुख बताते हुए लिखा कि 12,000 से ज्यादा कर्मचारियों को ऑफिस से निकाले जाने के बाद, दूसरे कर्मचारियों की दुख दर्द भरी स्टोरी और इंस्पायरिंग लाइन्स पढ़ने के बाद आज मैं खुद अपनी कहानी आप सबके बीच रख रहा हूं. पॉल बेकर ने लिखा कि वो अपनी कैंसर से पीड़ित मां की सेवा करने के लिए छुट्टी पर थे लेकिन अचानक उन्हें पता लगा कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है. बेकर ने बिजनेस इंसाइडर को 
बताया कि वे गूगल में ओवर स्टाफ को लेकर चिंतित थे लेकिन उन्हें इस बात का बिलकुल अंदाजा नहीं था कि कंपनी cost-cutting के लिए इस तरह का स्टेप उठाएगी. उन्हें लगा कि वे सुरक्षित होंगे क्योंकि वह 'गूगल एड्स' का पार्ट है जो कंपनी के रेवेन्यू जनरेटिंग का मेन सोर्स है.


बता दें, 20 जनवरी को गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ईमेल के जरिए बताया था कि वे 12000 कर्मचारियों की छुट्टी कर रहे हैं.


गूगल के लिए मुसीबत बना ये AI टूल


ओपन एआई का चैटबॉट 'चैट जीपीटी' गूगल के लिए मुसीबत बना हुआ है. टेक क्षेत्र से जुड़े जानकारों का मानना है कि आने वाले 1 से 2 साल में चैट जीपीटी गूगल का सर्च बिजनेस एक तरीके से खत्म या आधा कर सकता है. इसी बात को लेकर टेक ज्वाइंट गूगल भी बौखलाया हुआ है और कई एआई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. ओपन एआई का चैटबॉट इतना सक्षम है कि ये आपके किसी भी सवाल का जवाब गूगल से बेहतर तरीके से आपको दे सकता है. गूगल पर कुछ भी सर्च करने पर जहां आपको कई लिंक दिखते हैं, चैट जीपीटी में ऐसा नहीं है. ये कम शब्दों में सवालों का जवाब देता है.


यह भी पढ़ें:


सैमसंग-एप्पल को टक्कर दे रहा 80,000 रुपये का ये फोन, जानिए आखिर इसमें ऐसा क्या खास है