गूगल का वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म यूट्यूब आज इतना पॉपुलर है कि हर 60 सेकंड के भीतर इसमें 500 घंटे से भी ज्यादा का कंटेंट अपलोड हो रहा है. फिर चाहे कंटेंट अच्छा हो या बुरा लेकिन यूजर्स लगातार यूट्यूब पर इसे अपलोड कर रहे हैं. हालांकि जो भी कंटेंट कंपनी के पॉलिसी के खिलाफ होता है उसे यूट्यूब तुरंत हटा देता है. इस बीच कंपनी ने ये जानकारी शेयर की है कि उसने अप्रैल से लेकर जून महीने के बीच 20 लाख से ज्यादा वीडियो को हमेशा के लिए प्लेटफार्म से डिलीट कर दिया है. दरअसल, ये सभी वीडियो कंपनी के नियमों के खिलाफ जाकर अपलोड किए गए थे.
आपका भी है चैनल तो ध्यान रखें ये बात
अगर यूट्यूब पर आपका भी चैनल है और आप इसमें लगातार वीडियो अपलोड करते हैं तो चैनल के ग्रोथ के लिए ये बात ध्यान रखें कि कभी भी ऐसा कंटेंट प्लेटफार्म पर अपलोड न करें जो भ्रामक हो, जिसमें जानकारी गलत हो या फिर ये हिंसा, नग्नता या दूसरी गलत चीजों को बढ़ावा देता हो. अगर आप ऐसा कंटेंट प्लेटफार्म पर अपलोड करते हैं तो कंपनी आपके खिलाफ एक्शन ले सकती है और स्थिति के हिसाब से आपका चैनल भी हमेशा के लिए डिलीट हो सकता है. हमेशा प्लेटफार्म पर कंपनी के नियमों के तहत वीडियो को पोस्ट करें. यूट्यूब पर अच्छी ग्रोथ के लिए आपका कंटेंट हमेशा ओरिजिनल और सही होना चाहिए.
गूगल ने बचाए 12,000 करोड रुपए
यूट्यूब के अलावा गूगल ने अपने पेमेंट ऐप गूगल पे पर सस्पिशियस ट्रांजैक्शन पर लोगों को अलर्ट कर और फ्रॉड कर रहे लोगों को ब्लॉक कर पिछले साल 12,000 करोड रुपए लोगों के बचाए हैं. दरअसल, कंपनी एक अलर्ट मैसेज यूजर्स को दिखाती है जब वे किसी अननोन नंबर या कांटेक्ट में बाहर किसी व्यक्ति को पेमेंट करते हैं. इस तरह कंपनी लोगों को सामने वाले व्यक्ति को वेरिफाई करने के लिए कहती है और वे फ्रॉड का शिकार होने से बच जाते हैं.
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