Google Maps: गूगल मैप ने भारत में अपने नियमों में कुछ बदलाव किए हैं, जोकि अगले महीने 1 अगस्त 2024 से देशभर में लागू हो जाएंगे. कंपनी ने भारत में लेने वाले चार्जेस को भी 70 फीसद तक कम कर दिया है. इसके अलावा अब गूगल मैप अपनी सर्विस के बदले में डॉलर की जगह भारतीय रुपये में पैसे लेगा. गूगल मैप ने अपने नियमों में ऐसे वक्त पर बदलाव किए हैं, जब ओला की तरफ से उसका खुद का नेविगेशन ऐप मार्केट में उतार दिया गया है.
आम यूजर्स पर कैसे पड़ेगा इसका असर
आम यूजर्स को ये खबर पढ़कर मन में सवाल आया होगा कि क्या अब गूगल मैप यूज करने के लिए उन्हें पैसे देने होंगे. तो चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है. आम यूजर्स को किसी भी प्रकार के चार्जेस नहीं देने होंगे. असल में आम लोगों के लिए गूगल मैप फ्री में सर्विस देता है. लेकिन जो कंपनी गूगल मैप का यूज अपने बिजनेस में करती है. उनको सर्विस के बदले गूगल मैप को चार्जेस देने होते हैं. गूगल मैप ने इसी में बदलाव करके चार्जेस में कटोती करी है. इसके साथ ही में अब गूगल नेविगेशन सर्विस के बदले डॉलर की जगह भारतीय रुपये में पेमेंट लेगा.
पहले भारत में गूगल मैप नेविगेशन सर्विस देने के बदले में 4 से 5 डॉलर मंथली फीस ली जाती थी. लेकिन नियमों में बदलाव के बाद इसे घटाकर 0.38 (31रुपये) से लेकर 1.50 डॉलर(125 रुपये) कर दिया गया है. जहां एक तरफ गूगल अपनी सर्विस के पैसे लेता है. तो वहीं नए-नए नेविगेशन मार्केट में आए ओला मैप की सर्विस को फ्री यूज किया जा सकता है.
भाविश अग्रवाल कर चुके हैं गूगल के नए नियमों की आलोचना
ओला की एआई कंपनी क्रुट्रिम(Krutrim) ने कुछ समय पहले ही "मेड फॉर इंडिया" और "प्राइस्ड फॉर इंडिया" नाम से योजना शूरु की है. इसमें ओला मैप्स के लिए एक नया रोडमैप और प्राइसिंग स्ट्रेटेजी बनाई गई है. इस योजना को सीधे तौर पर गूगल मैप्स को टक्कर देने के लिए बनाया गया है. ओला के CEO भाविश अग्रवाल ने LinkedIn पर पोस्ट करके कहा कि, 'गूगल ने बदलाव करने में काफी देरी कर दी है। उन्होंने कहा कि कीमत में कटौती, भारतीय पैसो में पेमेंट.. यह आपका झूठा दिखावा है, जिसकी जरूरत नहीं है.
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