Google New Privacy Policy: अगर आप गूगल यूजर्स हैं और अभी तक यहां अपनी प्राइवेसी और सिक्योरिटी के लिए चिंतित थे तो आपके लिए राहत की खबर है. दरअसल, गूगल ने अपनी मौजूदा पॉलिसी में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं और ये नई पॉलिसी 11 मई 2022 से लागू हो जाएगी. नई पॉलिसी के तहत आपको कई फायदे मिलेंगे. इन्हीं में से एक है गूगल सर्च रिजल्ट से अपनी निजी जानकारी को हटाने का अनुरोध करना. इसके अलावा आपकी प्राइवेसी से जुड़े कई और अहम बदलाव 11 मई से लागू होंगे. आइए जनते हैं आखिर क्या-क्या बदल जाएगा 11 मई से.


नई पॉलिसी के पीछे ये है मकसद


गूगल सर्च सेक्शन के ग्लोबल पॉलिसी हेड मिशेल चांग का कहना है कि, "जैसे-जैसे इंटरनेट विकसित होता जा रहा है, वैसे-वैसे आपकी जानकारी अनपेक्षित स्थानों पर चली जाती हैं और उनका यूज भी होता है. हमारा मकसद इसे रोकना है और हमारी कोशिश है कि हम ऐसी नीति लाएं जो यूजर्स की सुरक्षा के अनुकूल हो". इसी को ध्यान में रखते हुए हम कई बदलावों के साथ अपनी नई पॉलिसी लेकर आने वाले हैं. इसका मकसद यूजर्स की निजी जानकारी का मिसयूज रोकना और उनकी पहचान चोरी होने की घटना को रोकना है.


इन चीजों को किया गया है शामिल


रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को कंपनी की ओर से जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है वह, "व्यक्तिगत संपर्क जानकारी" पर ही आधारित है. इसमें ईमेल एड्रेस,  फिजिकल एड्रेस, फोन नंबर और अन्य व्यक्तिगत डिटेल्स जिससे आपकी पहचान उजागर होती है, को हटाने का मौका मिलेगा. इसके अतिरिक्त, आप सर्च रिजल्ट से भी अपने लॉगिन क्रेडेंशियल को हटाने का अनुरोध गूगल से कर सकेंगे. यह पहल यूजर्स की आइडेंटिटी को चोरी होने और हैक होने से रोकेगी.


कैसे करेगा काम


अगर आप इस नई पॉलिसी का यूज करना चाहते हैं, तो इसके लागू होने के बाद आपको Google के टॉपिक में हेल्प पेज पर जाना होगा. इसके बाद आपको वह URL डालने के लिए कहा जाएगा, जहां पर आपकी व्यक्तिगत पहचान वाली जानकारी जमा है. इस फ़ॉर्म पर यूजर्स 1,000 URL तक जमा कर सकेंगे. कंपनी का कहना है कि जब हमें इस तरह के अनुरोध मिलेंगे तो हम यह सुनिश्चित करने के लिए वेब पेज पर सभी सामग्री का आकलन करेंगे कि हम कहीं अन्य जानकारी की उपलब्धता को तो सीमित नहीं कर रहे हैं, जैसे समाचार आइटम. गूगल यह भी देखेंगे कि जिस सामग्री का जिक्र किया गया है वह सरकारी या आधिकारिक स्रोतों की वेबसाइटों पर सार्वजनिक रिकॉर्ड का हिस्सा है या नहीं."


नई पॉलिसी में और क्या बदलेगा


नई पॉलिसी में ही गूगल अब थर्ड पार्टी ऐप को कॉल रिकॉर्डिंग नहीं करने देगा. यह फैसला यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को ध्यान में रखकर लिया गया है. आपको बता दें कि यह पॉलिसी थर्ड पार्टी ऐप के लइए है. अगर आपके फोन में पहले से ही इन-बिल्ट कॉल रिकॉर्डिंग ऐप्स मौजूद हैं,  तो आप रिकॉर्डिंग पहले की तरह ही कर सकेंगे.


ये भी पढ़ें


अमेजन पर OnePlus Nord CE 2 Lite 5G फोन लॉन्च, जानिये फीचर्स और कीमत


ये हैं हजार रुपये से कम के Earbuds, डील में खरीदें 70% के डिस्काउंट पर!