लोन ऑफर करने वाले 42 ऐप्स को गूगल ने अपने प्ले स्टोर (Google Play Store) से हटा दिया गया है. इसी तरह, एप्प्ल ने भी 6 ऐसे ही ऐप (fake loan apps) को ऐप स्टोर से रिमूव कर दिया है. कर्नाटक सरकार ने गूगल प्ले स्टोर से हुए इस एक्शन की जानकारी सोमवार को विधान परिषद को दी है. न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, ये लोन ऐप आम लोगों को परेशान कर रहे थे. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे ऐप्स के खतरे को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं.
करीब 800 अवैध ऐप्स अभी एक्टिव
खबर के मुताबिक, सरकार ने इस मुद्दे को केंद्र और Google के साथ उठाया है, यह सुनिश्चित करते हुए कि 42 ऐसे ऐप्स को प्ले से हटा दिया गया है. मंत्री का कहना था कि करीब 800 अवैध ऐप्स अभी एक्टिव हैं. इस मामले को सिर्फ राज्य द्वारा हल नहीं किया जा सकता है क्योंकि केंद्र सरकार ऐसे ऐप्स (loan apps) को कंट्रोल करती है. इस मुद्दे को केंद्र के सामने उठाया जाएगा.
यूजर्स से मिलती रहती हैं शिकायतें
गूगल के साथ-साथ एप्पल को भी अपने ऐप स्टोर के साथ ऐसी ही समस्य का सामना करना पड़ रहा है. कई iPhone यूजर्स ने ऐप स्टोर से लोन ऐप्स (fake loan apps) के चलते होने वाली समस्याओं के बारे में शिकायत की है. कंपनी ने हाल के हफ्तों में ऐप स्टोर से लगभग 6 लोन ऐप को हटा दिया है. लोन ऐप्स को लेकर आए दिन मामले सामने आते रहते हैं. बता दें, व्हाइट कश, पॉकेट काश और गोल्डन काश ऐसे ऐप हैं जिनको आम तौर पर एप्पल की सख्त ऐप स्टोर पॉलिसी के तहत जांचा गया लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ फेक वेरिएंट सिक्योरिटी के जरिये अपना रास्ता बना चुके हैं जो कंपनी और देश में लाखों आईफोन यूजर्स के लिए चिंता का विषय है.
सिरदर्द साबित हो रहे लोन ऐप्स
गूगल या एप्पल जैसी टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए लोन ऐप्स सिरदर्द साबित हो रहे हैं. सख्त पॉलिसी के बावजूद, ये ऐप किसी तरह Google और Apple द्वारा लगाए गए फ़िल्टर को क्रॉस करने में कामयाब होते हैं. गूगल को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी है. बीते तीन सालों में महामारी के दौरान इंस्टैंट वित्तीय सहायता की जरूरत वाले लोगों को टागरेट करने वाली फेक लोन ऐप्स की फौज तैयार हो गई है.
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