Do not Search Customer Care Number on Google: गूगल आज हर किसी की जिंदगी का सबसे जरूरी अंग बन गया है. हम पढ़ाई से लेकर मस्ती के अड्डों तक की जानकारी के लिए गूगल का सहारा लेते हैं. गूगल हमारे सामने सारी जानकारी लाकर रख देता है. इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करना हो तो हम गूगल को ही यूज करते हैं.
किसी भी चीज की जानकारी के लिए हमारी निर्भरता गूगल पर ही है. गूगल इसमें हमेशा हमारी मदद भी करता है. इसी का फायदा उठाकर जालसाज अब लोगों से ठगी करने लगे हैं. ऐसे में कई लोगों को गूगल से कुछ जानकारी लेना महंगा पड़ रहा है. चलिए विस्तार से बताते हैं क्या है मामला.
इस आदत का फायदा उठा रहे ठग
दरअसल, आज हम हर चीज के लिए गूगल सर्च पर निर्भर रहते हैं. हमें किसी दुकान, ऑफिस, मॉल या कंपनी का नंबर चाहिए होता है तो हम गूगल पर सर्च करके ले लेते हैं. बात चाहे किसी प्रोडक्ट में गड़बड़ी की हो या बैंकिंग और अन्य सर्विसेज में दिक्कत की, हम शिकायत के लिए उक्त कंपनी का नंबर गूगल पर ही सर्च करते हैं. गूगल हमें जो नंबर दिखाता है हम आंख मूंद कर उस पर भरोसा करते हुए उस पर कॉल कर देते हैं. वहां कॉल पर मौजूद साइबर क्रिमिनल्स उक्त कंपनी का कर्मचारी बनकर आपसे महत्वपूर्ण जानकारियां जुटा लेता हा और फिर आपके बैंक अकाउंट में सेंध लगा देता है.
गूगल पर दिए नंबर नहीं होते सही
अगर आप भी किसी कंपनी से जुड़ी समस्या की शिकायत के लिए उसका नंबर गूगल पर सर्च करते हैं तो इस आदत को फौरन बदल डालें. दरअसल, गूगल पर दिए इस तरह के नंबर सही नहीं होते हैं. साइबर क्रिमिनल्स एक टेक्निक से किसी भी कंपनी के नंबर की जगह अपना नंबर गूगल पर दर्ज करा लेते हैं. वहीं, आप उसे कंपनी का कस्टमर केयर नंबर समझकर झांसे में आ जाते हैं.
इस तरह होता है नंबर बदलने का खेल
गूगल पर मौजूद किसी भी कंपनी के नंबर्स को स्कैमर्स बहुत आसानी से एडिट करके अपना नंबर डाल देते हैं. आइए जानते हैं ठग कैसे करते हैं ये खेल.
- इस तरह की गड़बड़ी करने के लिए ठग सबसे पहले गूगल पर उक्त कंपनी को सर्च करते हैं.
- सर्च पर क्लिक करते ही उनके सामने वेब पेज पर कई डिटेल्स आ जाती हैं. दाईं तरफ उक्त कंपनी का एड्रेस मैप के साथ दिखता है. इस पर क्लिक करते ही कई और ऑप्शन आते हैं.
- ठग यहां Suggest an Edit के ऑप्शन पर क्लिक करके उस दुकान, कंपनी या ऑफिस के फोन नंबर को एडिट करते हैं. इसे कोई भी एडिट कर सकता है. आप भी चाहें तो इस प्रोसेस को फॉलो कर नंबर अपडेट कर सकते हैं. यहां ठग नंबर एडिट करने के दौरान अपना फोन नंबर डाल देते हैं.
- इसके बाद जैसे ही ग्राहक इसे असली नंबर समझकर इस पर कॉल करता है तो ठग पूरी तरह उस कंपनी के अधिकारी या स्टाफ बनकर बात करते हैं और आपकी समस्या का समाधान करने के नाम पर कुछ जरूरी जानकारी जुटा लेते हैं और फिर ठगी करते हैं.
आपको इन बातों का रखना चाहिए ध्यान
ऊपर आपने इस तरह की ठगी के तरीके के बारे में जाना. अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस तरह की ठगी से बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए.
- सबसे पहले तो इस बात को गांठ बांध लें कि गूगल से कभी भी किसी भी चीज के लिए कोई नंबर सर्च न करें.
- अब सवाल उठता है कि गूगल से नंबर न लें और हमें नंबर न पता हो तो कहां से कस्टमर केयर नंबर निकालें. इसके लिए आपको थोड़ा टाइम देना होगा. आप किसी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर चाहते हैं, तो पहले उसके प्रोडक्ट के पैकेट पर सही से देखें. अधिकतर कंपनियां अपना कस्टमर केयर नंबर पैकेट पर लिखती हैं.
- अगर पैकेट या प्रोडक्ट पर नंबर नहीं मिलता है तो उस कंपनी की वेबसाइट खोलें. वेबसाइट पर जाकर आपको Contact Us सेक्शन में उस कंपनी का नंबर मिल जाएगा. कई वेबसाइट पर सीधे ही कस्टमर केयर नंबर लिखा होता है.
- अगर वेबसाइट पर कस्टमर केयर नंबर नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. कई कंपनियां नंबर की जगह ईमेल से शिकायतें सुनती हैं. आपको वेबसाइट पर ईमेल आईडी जरूरी मिल जाएगी. आप अपनी शिकायत उसी पर करें.
- बैंकिंग से जुड़ी शिकायत है और उस बैंक के कस्टमर केयर नंबर की तलाश में हैं तो ध्यान से उस बैंक के डेबिट कार्ड या पासबुक को देखें. आपको पासबुक और डेबिट कार्ड पर भी कस्टमर केयर नंबर दिख जाएगा.
- कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करने के बाद अगर एग्जिक्यूटिव कोई लिंक भेजकर उस पर क्लिक करने के लिए कहे तो ऐसा न करें, कभी फोन पर एग्जिक्यूटिव को कोई ओटीपी भी न बताएं.
- अगर आप फोन और ईमेल के झमेले से भी बचना चाहते हैं, तो आज कल सोशल मीडिया पर ट्विटर शिकायतों के समाधान के लिए महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है. मौजूदा समय में अधिकतर बड़ी कंपनियां, बैंक और अन्य संस्थान ट्विटर पर मौजूद हैं. आप ट्विटर के जरिये भी इनसे संपर्क कर सकते हैं और अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
- ट्विटर पर शिकायत करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि ट्वीट करते वक्त अपनी निजी जानकारी कभी सार्वजनिक न करें. आप अपनी समस्या बताएं.
- इसके बाद कंपनी ट्वीट के जरिये ही आपसे डायरेक्ट मैसेज पर कुछ जरूरी जानकारी देने को कहेगी. वहां डायरेक्ट मैसेज के जरिये ही कोई भी जानकारी शेयर करें.
- आप सीधे भी किसी कंपनी को डायरेक्ट मैसेज करके अपनी समस्या बता सकते हैं.
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