नई दिल्ली: दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल हिंदी में कंटेंट की कमी से परेशान है. क्योंकि 10 में से 9 लोग इंटरनेट पर विषय की खोज के लिए हिंदी या अन्य भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. इंटरनेट पर हिंदी का कंटेंट बेहद कम हैं जो महज एक प्रतिशत है.


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आंकड़े बताते हैं कि सवा अरब आबादी वाले देश में 36 फीसदी लोग ही इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. देश में इंटरनेट पर किसी भी विषय को खोजने के लिए लोग अंग्रेजी से अधिक हिंदी या अन्य भारतीय भाषाओं का इस्तेमाल कर रहा है. गूगल पर हिंदी इस्तेमाल की जाने वाली दुनिया की दूसरे नंबर की भाषा है.


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भाषाओं की मांग को देखते हुए गूगल कीबोर्ड में भाषाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. फिलहाल गूगल कीबोर्ड पर 60 भाषाएं मौजूद हैं. गूगल असिस्टेंट जिसकी सहायता से फ़ोन से बातचीत करते हुए इसे इस्तेमाल किया जाता है इसपर भी हिंदी का प्रयोग तेजी से हो रहा है. बताया जा रहा है कि यूट्यूब पर भी 95 प्रतिशत लोग स्थानीय भाषाओं में विषयवस्तु को तलाशते हैं. गूगल हिंदी में कंटेंट को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. गूगल इंटरनेट के जरिए हिंदी में लेखन आदि करने वालों के साथ लगातार प्रोग्राम आयोजित कर रहा है. हिंदी के कंटेंट को बढ़ावा देने के लिए गूगल समय समय पर कार्यशालाओं का भी आयोजन कर लोगों को इसके लिए प्रेरित कर रहा है.


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इंटरनेट पर क्षेत्रीय भाषाओं को लाने में कई तरह की दिक्कतें भी हैं जिन्हे दूर करने की भी कोशिश की जा रही है. हिंदी में कंटेंट बढ़ने से हिंदी भाषा का विकास तो होगा ही साथ ही इंटरनेट पर हिंदी की ऐसी सामग्री उपलब्ध हो सकेगी जो लुप्त हो रही है.


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