Gemini AI: एआई ने पीएम मोदी पर दिया आपत्तिजनक जवाब, अब गूगल को सरकार थमाएगी नोटिस
Google AI on PM Modi: गूगल ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस बार्ड को जेमिनी नाम से रिब्रांड किया है. हालांकि इसे लगातार विवादों का सामना करना पड़ रहा है...
एआई पर छिड़े घमासान के बीच दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शुमार गूगल को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. गूगल ने चैटजीपीटी से मुकाबला करने के लिए हाल ही में अपने एआई मॉडल बार्ड को जेमिनी नाम से रिब्रांड किया है, लेकिन वह लगातार विवादों में है. एक नए मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक जवाब देने के बाद गूगल के सामने नई मुसीबत आ गई है.
पीएम मोदी पर जवाब में कई कानूनों का उल्लंघन
जेमिनी एआई से पीएम मोदी के बारे में पूछे जाने पर आपत्तिजनक जवाब दिया गया. कंवर्सेशन का स्क्रीनशॉट एक यूजर ने सोशल मीडिया एक्स पर डाल दिया. उसके बाद पोस्ट वायरल हो गया, जिस पर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर की भी नजरें पड़ीं. उन्होंने संबंधित पोस्ट को शेयर करते हुए बताया कि उक्त मामले में गूगल एआई के आपत्तिजनक जवाब में कई कानूनों का उल्लंघन हुआ है.
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
मंत्री ने पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- यह आईटी एक्ट के रूल 3(1)(बी) ऑफ इंटरमीडियरी रूल्स का सीधा उल्लंघन है और क्रिमिनल कोड के भी कई प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है. वहीं इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आईटी मिनिस्ट्री पीएम मोदी पर विवादित जवाब को लेकर गूगल को नोटिस भेजने वाला है. मंत्रालय अभी नोटिस भेजने की प्रक्रिया में है.
These are direct violations of Rule 3(1)(b) of Intermediary Rules (IT rules) of the IT act and violations of several provisions of the Criminal code. @GoogleAI @GoogleIndia @GoI_MeitY https://t.co/9Jk0flkamN
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) February 23, 2024">
गूगल के एआई का नया मामला
उक्त पोस्ट वायरल होने के बाद यूजर गूगल के एआई पर पूर्वाग्रह रखने का आरोप लगा रहे हैं. दरअसल जेमिनी एआई से पीएम मोदी, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को लेकर एक ही सवाल पूछा गया था, लेकिन एआई ने अलग-अलग तरीके से जवाब दिया. ट्रम्प और यूक्रेन के मामले में जेमिनी ने सीधे जवाब देने से बचते हुए डिप्लोमेटिक रुख अपनाया और गूगल सर्च करने का सुझाव दिया, वहीं पीएम मोदी के मामले में जेमिनी का उत्तर डाइरेक्ट रहा. इसके आधार पर यूजर्स का कहना है कि गूगल का एआई अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए अलग रवैया अपना रहा है और अन्य देशों के लिए अलग.
तस्वीरों पर भी हुआ है विवाद
यह पहला मामला नहीं है, जब गूगल एआई को विवादों का सामना करना पड़ा है. इसी तरह के एक विवाद के तुल पकड़ने के बाद गूगल ने जेमिनी आई पर पिक्चर जेनरेशन को डिसेबल कर दिया है. जेमिनी एआई के कई रिस्पॉन्स को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए यूजर आरोप लगा रहे थे कि वह व्हाइट लोगों के प्रति बायस्ड है.
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