Google: देश में धोखाधड़ी के मामले काफी तेज हो गए हैं. हालही में टेक दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एक एडवाइजरी जारी की थी जिसमें विंडोज यूजर्स को चेताया गया था कि क्राउडस्ट्राइक जैसे आउटेज यूजर्स को दोबारा देखने को मिल सकते हैं. ये चेतावनी भारतीय यूजर्स को दी थी. से दोबारा सामना हो सकता है. हालांकि ये चेतावनी भारतीय यूजर्स के लिए दी गई थी. वहीं अब गूगल ने भी एक एडवाइजरी जारी की है. जानकारी के मुताबिक गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप (TAG) ने यह बताया है कि ईरान सरकार द्वारा सपोर्ट किए गए फिशिंग कैंपेन में बढ़ोतरी हुई है. वहीं इस ग्रुप का नाम APT42 है.


Google ने दी जानकारी


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गूगल ने ब्लॉग में जानकारी दी कि ईरान के APT42 हमेशा इजराइल और अमेरिका में हाई-प्रोफाइल यूजर्स को निशाना बना रहा है. इनके चपेट में वर्तमान और भूत में काम करने वाले सरकारी अधिकारी, राजनीतिक अभियान और राजनयिक में काम करने वाले लोग शामिल हैं.


इतना ही नहीं इनके निशाने पर गैर सरकारी संगठन और शैक्षणिक संस्थान भी हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि ये विदेश नीति में अपना योगदान देते हैं. जानकारी के मुताबिक पिछले करीब 6 महीनों में APT42 ने 60 प्रतिशत अमेरिका और इजराइल के लोगों को प्रभावित किया है.


ऐसे बनाते हैं निशान


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गूगल ने अपने ब्लॉग में बताया है कि APT42 ईमेल फिशिंग हमलों में कई तरह की रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह साइबर अपराध की कैटेगरी में आता है. इसमें अपराधी यूजर्स को यूजर नेम और पासवर्ड जैसी जानकारी साझा करने को कहते हैं. इसी तरीके से APT42 अपने फिशिंग हमलों को अंजाम देते हैं.


इस तरीके में स्कैमर्स यूजर्स को ऐसे ईमेल भेजते हैं जिसमें वैलिड ऑग्रेनाइजेशन जैसे सरकारी एजेंसियों का नाम होता है. साथ ही इसके लिए वह एक नकली वेबसाइट भी बनाते हैं. इसके बाद लोग इसे सही ईमेल मानकर लोगों से अंजान लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है. ऐसे में गूगल ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है.


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