गूगल अपने कार क्रैश डिटेक्शन फीचर को US के अलावा 5 दूसरे देशों में भी लाइव कर रहा है. इसमें भारत भी शामिल है. भारत के अलावा ये फीचर ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड में भी लॉन्च किया गया है. इस बात की जानकारी एंड्रॉयड एक्सपर्ट मिशाल रहमान ने X पोस्ट में शेयर की है. गूगल ने कार क्रैश डिटेक्शन फीचर को सबसे पहले 2019 में US में लाइव किया था. ये फीचर इमेरजेंसी के वक्त लोगों की जिंदगी बचाने में अहम रोल निभाता है.
गैजेट्स 360 की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये फीचर फिलहाल भारतीय भाषाओं में उपलब्ध नहीं है. गूगल का कार क्रैश डिटेक्शन फीचर विशेष रूप से Pixel 4a और बाद के मॉडल पर उपलब्ध है और इस सुविधा को संचालित करने के लिए फोन में एक एक्टिव सिम कार्ड होना चाहिए. यानि बिना सिमकार्ड के ये फीचर काम नहीं करेगा.
कैसे ऑन करें ये फीचर
अपने पिक्सल फोन में इस फीचर को ऑन करने के लिए "पर्सनल सेफ्टी ऐप" में जाएं और "फीचर" के ऑप्शन पर क्लिक कर "कार क्रैश डिटेक्शन" में आएं. अब प्रोसेस को पूरा करें और फीचर को ऑन कर लें. इस फीचर के ठीक से काम करने के लिए लोकेशन, शारीरिक गतिविधि और माइक्रोफ़ोन एक्सेस की अनुमति देना महत्वपूर्ण है.
गूगल ने ये सुविधा पिक्सल यूजर्स के बीच गंभीर कार दुर्घटनाओं की पहचान करने के लिए डिज़ाइन की है. ये फीचर स्वचालित रूप से आपातकालीन सेवाओं को सूचित करता है और यजर्स का स्थान साझा करता है जिससे तत्काल मदद पहुंचाई जा सके. कार क्रैश डिटेक्शन फीचर Google के Pixel 4a और उसके बाद के फ़ोन मॉडल, जिनमें हाल ही में लॉन्च किया गया Pixel फोल्ड भी शामिल है. कार दुर्घटनाओं का पता लगाने के लिए फोन, लोकेशन, मोशन सेंसर और आस-पास की आवाज जैसे डेटा का उपयोग करता है. यदि कार दुर्घटना का पता चलता है, तो Pixel फ़ोन वाइब्रेट करेगा, तेज़ अलार्म बजाएगा और पूछेगा कि क्या सहायता की आवश्यकता है. अगर यूजर कोई एक्शन लेता है तो फोन उसे पूरा करता है. यदि कोई भी एक्शन नहीं मिलता तो ये फीचर सीधे 112 जोकि यूनिवर्सल इमरजेंसी सर्विस नंबर है, उसपर कॉल कर देगा और आपकी लोकेशन को शेयर करेगा. इस तरह आपतक मुसीबत के वक्त मदद पहुंच सकती है.
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