नई दिल्ली: लॉकडाउन के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग Zoom App बहुत तेजी से पॉपुलर हुआ है. लोग ऑफिस की मीटिंग्स, टीचर्स ऑनलाइन क्लासेस के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी बीच जूम ऐप के लिए गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर इसी ऐप के यूजर्स को इसके इस्तेमाल के लिए आगाह किया था. वहीं अब ऐप की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया दी गई है.


सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी पर जूम ऐप ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जूम ऐप ने दावा किया है कि ऐप यूजर की सिक्योरिटी को बहुत गंभीरता से लेता है. कंपनी के सीईओ का कहना है कि इस बारे में यूजर्स को भरोसा दिलाते हैं कि वे अपनी प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए 90 दिनों की फीचर फिक्स की मदद से इन समस्या से पार पा लेंगे.


ऐप के प्रवक्ता ने कहा है कि दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय सेवा कंपनियों और टेलीकॉम कंपनियों से लेकर गैर-सरकारी संगठनों और सरकारी एजेंसियों तक बड़ी संख्या में ग्लोबल एजेंसीज ने हमारी सुरक्षा को परखा है और इस ऐप का इस्तेमाल जारी रखा है.


सरकार ने जारी की थी एडवाइजरी


इससे पहले गृह मंत्रालय ने इस ऐप को लेकर एडवाइजरी जारी की थी. सरकार ने ये एडवाइजरी उन लोगों ने के लिए जारी की जो लोग इस ऐप का इस्तेमाल निजी काम के लिए करते हैं. अपनी एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने कहा है कि ये ऐप सोशल मीडिया का सुरक्षित प्लेटफॉर्म नहीं है.



Zoom ऐप के खतरे जानिए

इस ऐप के इस्तेलमाल से यूजर्स को बचने के लिए कहा जा रहा क्योंकि आपकी बिना मर्जी के, जूम ऐप के जरिए होने वाली विडियो कॉन्फ्रेंस में कोई तीसरा शख्स शामिल हो सकता है. आपका पर्सनल डेटा आसानी से चोरी हो सकता है. इतना ही नहीं आप जो बात कर रहे हैं, वो विडियो कॉलिंग भी हैक की जा सकती है. इस ऐप के जरिए कोई भी आपका जरुरी मैसेज पढ़ सकता है.


सरकार ने क्या सलाह दी है


इन खतरों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सख्ती दिखाते हुए जूम ऐप के इस्तेमाल पर नई गाइडलाइन जारी की है. इसके गाइडलाइन के मुताबिक अब यूजर्स हर मीटिंग के लिए नया यूजर आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करें. वेटिंग रूम फीचर को एनेबल करें, ताकि कोई भी यूजर तब कॉल में शामिल हो सके जब कॉन्फ्रेंस करने वाला अनुमति दे.


इसके साथ ही कहा गया है कि ज्वाइन ऑप्शन को डिसेबल कर दें. स्क्रीन शेयरिंग का ऑप्शन सिर्फ होस्ट के पास रखें. किसी व्यक्ति के लिए रिज्वाइन का ऑप्शन बंद रखें. फाइल ट्रांसफर के ऑप्शन का कम से कम इस्तेमाल करें.


यह पहली बार नहीं है कि भारतीय सरकारी एजेंसी ने पॉपुलर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का यूज करने के खिलाफ यूजर्स को आगाह किया हो. इस महीने की शुरुआत में कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ इंडिया (सर्टिफिकेट-इन) ने ऐप के सुरक्षा मुद्दों के बारे में एक सलाह जारी की. सलाहकार ने जूम ऐप यूजर्स को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय सुरक्षा सुविधाओं जैसे कि वेटिंग रूम और शेड्यूलिंग प्रिविलेज का उपयोग करने के लिए कहा.


ये भी पढ़ें


कोरोना वायरस: अफवाहों पर लगेगी लगाम, फेसबुक लॉन्च करने जा रहा ये खास फीचर


Samsung Galaxy A30s के लिए रोल आउट हुआ Android 10, इस फोन से है सीधा मुकाबला