(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मोबाइल फोन यूजर्स को सरकार देगी एक यूनिक ID नंबर, जानें क्या होगा फायदा
Unique customer ID: फ्रॉड से हम सभी को बचाने के लिए सरकार एक नए प्लान पर काम कर रही है. इसके तहत हर मोबाइल यूजर को एक यूनिक आईडी नंबर दिया जाएगा.
Unique customer ID For Mobile Subscribers: मोबाइल सब्सक्राइबर्स को भारत सरकार जल्द एक यूनिक आईडी नंबर प्रदान करेगी. ये आईडी नंबर एक तरीके से आइडेंटिफिकेशन कार्ड की तरह काम करेगा जिसमें हमारी प्राथमिक और ऐड-ऑन फोन कनेक्शन से संबंधित हर चीज की जानकारी होगी. जैसे आप कितने फोन इस्तेमाल करते हैं, आपके पास कितने सिमकार्ड हैं, कौन-सा सिम कहां एक्टिव है, साथ ही आपके नाम से कितने सिम कार्ड इश्यू किए गए हैं. द फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस आईडी नंबर की मदद से सरकार आपकी मोबाइल से जुड़ी सारी इनफार्मेशन को एक जगह रखेगी और जरूरत पड़ने पर इसे कुछ अंक के जरिए एक्सेस किया जा सकेगा.
ये यूनिक आईडी ठीक 14-अंकीय आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य अकाउंट की तरह होगी जिसे आधार कार्ड से लिंक किया गया है. इस ABHA नंबर की मदद से आपकी सारी हेल्थ हिस्ट्री एक जगह रहती है और आपको सभी रिपोर्ट और कागजात जगह-जगह डॉक्टरों के पास लेकर नहीं जाने पड़ते और डॉक्टर आसानी से ABHA नंबर की मदद से आपका सारा रिकॉर्ड जान पाते हैं. ठीक इसी तरह मोबाइल आईडी भी काम करेगी.
क्यों पड़ी जरूरत?
दरअसल, इस यूनिक मोबाइल आईडी को इसलिए लाया गया है ताकि ट्रैकिंग सिस्टम को इफेक्टिव बनाया जा सके, साथ ही आम यूजर को फ्रॉड से सुक्षित रखा जा सके. इस आईडी नंबर की मदद से फेक सिम कार्ड और जरूरत से ज्यादा अलॉट किए गए सिम कार्ड को सरकार रद्द कर पाएगी. वर्तमान में इसके लिये विभिन्न लाइसेंस प्राप्त सेवा क्षेत्रों (एलएसए) में दूरसंचार विभाग एआई-आधारित चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग करके ऑडिट करता है और तब जाकर जरूरत से ज्यादा अलॉट किये गए सिमकार्ड को ब्लॉक किया जाता है.
सरकार की ओर से ये यूनिक आईडी आपको तब दी जाएगी जब आप नए कनेक्शन के लिए अप्लाई करेंगे. इसके साथ ही नया सिमकार्ड लेते वक़्त अब आपको ये भी बताना होगा कि इसका इस्तेमाल आखिर कौन करेगा. मोबाइल आईडी नंबर में आपके सिमकार्ड के अलावा, इनकम, ऐज, उम्र, एजुकेशन समेत दूसरी जानकारी भी इकट्ठा की जाएगी.
बताते चलें कि पिछले 6 महीनों में DoT ने चेहरे की पहचान टेक्नीक की मदद से पता लगाए गए 6.4 मिलियन से अधिक धोखाधड़ी वाले फोन कनेक्शन काट दिए हैं. नए यूनिक मोबाइल आईडी नंबर की मदद से इस प्रोसेस में और तेजी लाई जा सकेगी और आम लोगों को फ्रॉड से बचाया जा पाएगा.
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