अगर आप लैपटॉप, डेस्कटॉप या मैकबुक पर Google Chrome यूज करते हैं तो सावधान हो जाने की जरूरत है. दरअसल, सरकार की तरफ से इस ब्राउजर की दो खामियों को लेकर चेतावनी दी गई है. सरकार की इंडियन-कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने कहा है कि इन खामियों की वजह से हैकर्स सिस्टम में सेंध लगा सकते हैं. इसके साथ ही CERT-In ने इससे सुरक्षित रहने के भी तरीके बताए हैं. आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
गूगल क्रोम में क्या-क्या खामियां पाई गई हैं?
CERT-In का कहना है कि अभी गूगल क्रोम में CIVN-2025-0007 और CIVN-2025-0008 नाम की दो खामियां हैं. पहली खामी 132.0.6834.83/8r से पुराना वर्जन यूज करने वाले यूजर्स के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है, वहीं दूसरी खामी 132.0.6834.110/111 से पुराने वर्जन वाले यूजर्स को प्रभावित करती है.
यूजर्स को हो सकती है ये दिक्कतें
CERT-In का कहना है कि गूगल क्रोम की इन खामियों की वजह हैकर्स संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं और वो सिस्टम की सिक्योरिटी को भी बाइपास कर सकते हैं. इंडिविजुअल यूजर्स के साथ-साथ संगठनों के लिए भी इसका खतरा है. इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स सिस्टम से डेटा निकाल सकते हैं. हैकर्स किसी वेब पेज की मदद से इन सिस्टम की एक्सेस ले सकते हैं और फिर इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
इस परेशानी से कैसे बचें?
इन खामियों की वजह से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए CERT-In ने सभी यूजर्स से क्रोम के वर्जन को अपडेट करने की सलाह दी है. साथ ही जरूरी सिक्योरिटी पैचेज अप्लाई करने के लिए कहा गया है. आमतौर पर भी यह सलाह दी जाती है कि यूजर्स को नियमित समय पर क्रोम और अन्य ऐप्स को अपडेट करते रहना चाहिए. इससे नए फीचर्स का फायदा तो मिलता ही है साथ ही ऐसे किसी खामी से भी छुटकारा पाया जा सकता है.
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