4जी और 5जी के आने से देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है. डिजिटलीकरण की इस रफ्तार के साथ डिजिटल खतरे भी बढ़ गए हैं. एक ऐसे ही खतरे को लेकर सरकार ने इंटरनेट यूजर्स को आगाह किया है.
ऐसे यूजर पर मंडरा रहा है खतरा
सरकारी साइबर सिक्योरिटी एजेंसी कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) ने गूगल क्रोम ओएस को लेकर लोगों को आगाह किया है. सीईआरटी-इन का कहना है कि गूगल क्रोम ओएस में कई दिक्कतें हैं. अलर्ट के अनुसार, गूगल क्रोम ओएस के पुराने वर्जन को यूज कर रहे सभी यूजर को तत्काल अपने ब्राउजर को अपडेट कर लेना चाहिए.
क्रोम ओएस के पुराने वर्जन में दिक्कत
सीईआरटी-इन के अनुसार, गूगल क्रोम ओएस वर्जन 114.0.5735.350 से पहले वाले वर्जन में सिक्योरिटी संबंधी दिक्कतें हैं. उन खामियों का फायदा उठाकर अटैकर डिवाइस में सेंध लगा सकते हैं. ये दिक्कतें साइड पैनल सर्च फीचर और एक्सटेंशन में अपर्याप्त डेटा वैलिडेशन के कारण हैं. रिमोट अटैकर्स इन खामियों का गलत फायदा उठा सकते हैं.
इस तरीके से लग सकता है सेंध
अटैकर यूजर को खास तरीके से तैयार किए गए वेब पेज पर विजिट करने के प्रलोभन दे सकते हैं. प्रभावित यूजर जैसे ही उन वेब पेज पर विजिट करते हैं, अटैकर को डिवाइस में सेंध लगाने का मौका मिल जाता है.
गूगल ने अपडेट में दूर की खामी
गूगल ने क्रोम ओएस की दिक्कतों को दूर कर दिया है. खामियों को दुरुस्त करने वाले सिक्योरिटी पैचेज के साथ गूगल ने क्रोम ओएस का नया अपडेट जारी कर दिया है. इस कारण सीईआरटी-इन ने यूजर को सलाह दिया है कि अगर पुराने क्रोम ओएस का इस्तेमाल कर रहे हैं तो तत्काल प्रभाव से नए अपडेट को डाउनलोड करें और इंस्टॉल कर लें.
इन अतिरिक्त सावधानियों का सुझाव
इसके साथ ही सरकारी एजेंसी ने लोगों को इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय और वेब ब्राउज करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा है. यूजर को अनट्रस्टेड सोर्सेज से आने वाले लिंक पर क्लिक नहीं करना, संदेहास्पद लगने वाली वेबसाइटों से दूर रहना और लिंक वाले मैसेज व ईमेल को इग्नोर करना चाहिए.
ये भी पढ़ें: एआई पर एप्पल ने मचाया संग्राम, 12 महीने में खरीद ली 30 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियां