नई दिल्ली: दुनियाभर के 30 लाख से ज्यादा के यूजर्स के डेटा में सेंध लग सकती है. एंड्रॉयड फोन में काम आने वाली क्वालकॉम चिप में काफी कमियां पाई गई हैं. इनका यूज काफी सारे स्मार्टफोन्स में किया जाता है. इनका यूज बड़ी स्मार्टफोन कंपनियां जैसे गूगल, सैमसंग, शाओमी और एलजी के फोन्स में भी किया जाता है.
हैकर्स कर सकते हैं जासूसी
चेक पॉइंट के रिसर्चर ने इनमें खामी वाले 400 कोड पीस का पता लगाया है. इन खामियों की वजह से हैकर बिना यूजर के मर्जी के किसी भी स्मार्टफोन के जरिए जासूसी कर सकते हैं. इन्हीं खामियों के चलते हैकर को यूजर के फोटोज, वीडियोज, कॉल रिकॉर्डिंग्स, रियल टाइम माइक्रोफोन डेटा, जीपीएस और लोकेशन डेटा को एक्सेस मिल जाता है.
ऐसे नुकसान पहुंचा सकते हैं हैकर्स
खामी की वजह से हैकर्स मैलिशस ऐप कॉल रिकॉर्ड कर सकते हैं, या फिर माइक्रोफोन की मदद से जासूसी कर सकते हैं. यही नहीं इससे हैकर सर्विस अटैक के जरिए फोन को फ्रीज भी कर सकते हैं. इस तरह फोन के डेटा हमेशा के लिए रह जाएंगे. इसके अलावा हैकर फोन में मैलवेयर और मैलिशियस कोड डाल सकत हैं, जिससे ना सिर्फ हैकर्स की एक्टिविटी छुपी रहेगी, बल्कि उसे डिलीट भी नहीं किया जा सकेगा.
क्वालकॉम ने किया ये दावा
ये खामियों के बारे में पता चलने के बाद वॉर्निंग जारी की गई है. फोन मैन्युफैक्चरर्स की तरफ से अपडेट देकर ही इन कमियों को दूर किया जा सकता है.क्वालकॉम की ओर से कहा गया कि "चेकपॉइंट द्वारा जिन खामियों का पता लगाया गया है, उसकी हमनें जांच की है, लेकिन अब तक हमारे पास ऐसा कोई सबूत नहीं कि किसी ने इसका गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया हो."
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