टेक्नोलॉजी आज हमारे जीवन का सबसे जरूरी हिस्सा है. फोन, कंप्यूटर से लेकर न जाने कितने गैजेट्स हम अपनी लाइफ में डेली इस्तेमाल करते हैं. कोरोना महामारी की वजह से लोगों का इस ओर रुझान और ज्यादा बढ़ गया है. हमारे रोजमर्रा के कामों से लेकर ऑफिस तक सब कुछ हमारे फोन और कंप्यूटर के जरिए ही हो रहे हैं. ऐसे में हम अपना कीमती डेटा भी अपनी इन डिवाइसेज़ में रखते हैं. हमारी बहुत सारी जरूरी इन्फोर्मेशन को हम फोन में लगे ब्लूटूथ के जरिए शेयर करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है आपके इसी ब्लूटूथ डिवाइस से आपका कीमती डेटा लीक हो सकता है. हैकर्स बड़ी आसानी से आपके ब्लूटूथ से आपकी अहम जानकारी चुरा रहे हैं.


दरअसल ब्लूटूथ एक ऐसा डिवाइस है जो वायरलेस तरीके से कनेक्ट होता है. आप किसी दूसरे व्यक्ति के ब्लूटूथ को अपने ब्लूटूथ से पेयर करके अपना डेटा दे सकते हैं. बस इसी का फायदा हैकर्स भी उठा रहे हैं. इस हफ्ते आई एक रिपोर्ट में (CNET) चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि लाखों ब्लूटूथ स्पोर्टेड डिवाइसेज़ पर बड़ा खतरा है. इस रिपोर्ट में BLURtooth के बारे में बात कही गई है, जो डिवाइसेज़ को प्रभावित करता है.


अब आपको समझाते हैं कि ये कैसे होता है. दरअसल इस BLURtooth की दिक्कत की वजह से हैकर्स दो ब्लूटूथ डिवाइसेज़ के बीच की सिक्योरिटी कीज़ को एक्सेस कर लेते हैं. जिसके बाद ये लोग ब्लूटूथ डिवाइस को अपने आस-पास कनेक्ट कर लेते हैं. इस समस्या को Cross-Transport Key Derivation यानि CTKD ने रिपोर्ट किया है. जिसमें डिवाइसेज़ ऑथेंटिकेशन-key की मदद से डिवाइसेज तय कर सकते हैं कि उन्हें किस ब्लूटूथ स्टैंडर्ड से कनेक्ट होना है. वहीं, BLURtooth के साथ अटैकर्स इस कमी का फायदा उठाकर CTKD को कंट्रोल कर सकते हैं. इसके बाद अटैकर्स ऑथेंटिकेशन-key ओवरराइट करके दो डिवाइसेज के बीच इनक्रिप्शन को भी वीक करते हैं. अब आप टारगेटेड डिवाइस पर मैलिशियस डेटा ब्लूटूथ से भेज सकते हैं. और दोनों डिवाइसेज़ के बीच ट्रांसमिट हो रहा डेटा भी ऐक्सेस किया जा सकता है.


किसको होगा ज्यादा खतरा

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जो डिवाइस ब्लूटूथ 4.0 और ब्लूटूथ 5.0 को सपोर्ट करते हैं उनके लिए ज्यादा खतरा है. हालांकि मैन्युफैक्चरर्स ने अभी तक यूजर्स को इसके बारे में नहीं बताया. कई यूजर्स OnePlus Nord के ब्लूटूथ कनेक्टिविटी से परेशान हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि फोन बिना किसी वॉर्निंग के पेयर डिवाइस से अपने आप डिस्कनेक्ट हो रहा है. इसके अलावा डिवाइस अपने आप अनस्टेबल कनेक्शन से कनेक्ट हो रही है. जिसकी वजह से लोगों को ब्लूटूथ कनेक्टिविटी में परेशानी हो रही हैं. हालांकि परेशानी को देखते हुए वनप्लस ने इसे फिर्स करने के लिए नया अपडेट भी पेश कर दिया है.