iPhone Changes : एपल ने अपने आईफोन के साथ कई बदलाव किए हैं. पहले आईफोन से हेडफोन जैक रिमूव किया गया फिर डब्बे से चार्जर ही गायब हो गया. एपल के ऐसा करने के बाद, कई एंड्रॉयड स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों ने भी इस चीज को अपनाया. अब एपल अपनी अपकमिंग आईफोन 15 सीरीज के साथ लाइटनिंग पोर्ट की जगह यूएसबी टाइप सी पोर्ट लेकर आ रहा है. एपल ने बीते सालों कुछ भी किया हो, लेकिन आईफोन अभी भी कई यूजर्स की पहली पसंद बना हुआ है. इस खबर में हम आपको आईफोन में हुए बदलावों की समयरेखा पर चर्चा करेंगे. इसके साथ ही, यह जानने की कोशिश करेंगे कि एपल ने यह बदलाव क्यों किए.


हेडफोन जैक को हटाना


2016 में, Apple ने iPhone 7 और iPhone 7 Plus से हेडफोन जैक को हटा दिया था. इस फैसले का कई लोगों ने विरोध किया था, क्योंकि बहुत से लोग वायर्ड इयरफोन का इस्तेमाल कर रहे थे. फिर एपल ने तर्क दिया कि हेडफोन जैक को हटाने से आईफोन को अधिक जल प्रतिरोधी बनाया जा सकेगा. इसके साथ ही, अन्य कंपोनेंट के लिए जगह मिल जाएगी. बहुत से लोग इस बदलाव से नाखुश थे. Apple ने उसी साल वायरलेस AirPods पेश किए, iPhone 7 और iPhone 7 Plus के साथ इस्तेमाल किया जा सकता था.


चार्जर को हटाना


2020 में एपल ने आईफोन 12 और आईफोन 12 मिनी के बॉक्स से चार्जर को हटा दिया था. इस फैसले ने भी एपल यूजर्स को तगड़ा झटका दिया था. चार्जर रिमूव करने को लेकर एपल ने तर्क दिया कि चार्जर को हटाने से iPhone के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी, क्योंकि इससे कम चार्जर बनाए जाएंगे. फिर एपल ने USB-C को लाइटनिंग केबल को अलग से बेचना शुरू कर दिया.


फेस आईडी की शुरूआत


2017 में, Apple ने iPhone X के साथ फेस आईडी पेश की. फेस आईडी एक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम है जो यूजर्स को अपने आईफोन को अनलॉक करने की सहूलियत देता है. फेस आईडी टच आईडी की तुलना में अधिक सुरक्षित और सरल है. इस वजह से इसकी प्रशंसा की गई है. 


OLED डिस्प्ले की शुरुआत


2017 में, Apple ने iPhone X के साथ OLED डिस्प्ले पेश किया. OLED डिस्प्ले LCD डिस्प्ले की तुलना में बेहतर कंट्रास्ट और कलर रिप्रोडक्शन ऑफर करते हैं. OLED डिस्प्ले को उनके बेहतर विजुअल्स के लिए सराहा गया है, लेकिन इससे आईफोन की कीमत बढ़ी, जिसकी वजह से एक बार फिर एपल आलोचना का शिकार बना.


वायरलेस चार्जिंग की शुरुआत


2017 में, Apple ने iPhone X के साथ वायरलेस चार्जिंग की शुरुआत की. वायरलेस चार्जिंग से यूजर्स अपने iPhone को केवल एक कंपेटिबल चार्जिंग पैड पर रखकर चार्ज कर सकते हैं. वायर्ड चार्जिंग की तुलना में अधिक सुविधाजनक होने के लिए वायरलेस चार्जिंग की प्रशंसा की गई है, लेकिन यह वायर्ड चार्जिंग की तुलना में स्लो फोन चार्ज करता है जिस वजह से यूजर्स नाखुश भी हुए.


डुअल और ट्रिपल कैमरों की शुरूआत


2016 में, Apple ने iPhone 7 Plus के साथ डुअल कैमरा पेश किया. डुअल कैमरे ने पोर्ट्रेट मोड जैसे फीचर्स पेश किए. इसके बाद,  2019 में, Apple ने iPhone 11 Pro और iPhone 11 Pro Max के साथ ट्रिपल कैमरे पेश किए. ट्रिपल कैमरे अल्ट्रा-वाइड-एंगल फोटोग्राफी और नाइट मोड जैसे फीचर्स की सौगात के साथ आए.


Apple अभी भी लगातार नए-नए इनोवेशन कर रहा है. अब फ्यूचर में देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी iPhone में और क्या बदलाव करती है.


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