आज पूरी दुनिया में लोग सबसे ज्यादा मैसेजिंग एप व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. आप अपना कीमती डेटा और पर्सनल इंफोर्मेंशन व्हाट्सऐप के जरिए शेयर करते हैं. लेकिन क्या व्हाट्सऐप के जरिए शेयर की जाने वाली आपकी जानकारी सुरक्षित है ?  व्हाट्सऐप प्राइवेसी के मामले में कितना सुरक्षित है. क्या इस तरह की चैट सामने आने के बाद व्हाट्सऐप से लोगों का विश्वास कम होने लगा है. जानते हैं इस पर आईटी और साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल का क्या कहना है.

प्राइवेसी के मामले में कितना सुरक्षित है व्हाट्सऐप?
आईटी और साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल का कहना है कि 'अगर व्हाट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी को ध्यान से पढ़ा जाये तो पता चलेगा कि जो भी आप जानकारी व्हाट्सऐप पर शेयर कर रहे हैं, वो पब्लिक जानकारी है और उस पर कोई निजता का अधिकार लागू नहीं होता है.' व्हाट्सऐप मैसेज एंड टू एंड एनक्रिप्टेड होते हैं. यानि जिस पॉइनंट से आप मैसेज भेज रहे हैं और मैसेज पहुंचने तक कोई थर्ड पार्टी आपका मैसेज नहीं पढ़ सकती. लेकिन एक बार आपका मैसेज पहुंचने के बाद कोई भी आपकी चैट बड़ी आसानी से हैक कर सकता है. इसके साथ ही व्हाट्सऐप आपका मेटाडेटा जैसे कि आप व्हाट्सऐप में क्या करते हैं, किसे क्या भेजते हैं, आपकी क्या पसंद है, किस ग्रुप के मेंबर हैं, ये सब जानकारी व्हाट्सऐप कई दिनों तक स्टोर रखता है. सितंबर 2016 से व्हाट्सऐप आपकी जानकारी फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ शेयर कर रहा है. ये कह सकते हैं कि व्हाट्सऐप एक तरह से यूज़र की प्रोफाइलिंग करता है. इसलिए अगर आप बिना सोचे समझे अपना कुछ भी डेटा व्हाट्सऐप पर शेयर करते हैं तो ये आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकता है.

पवन दुग्गल कहते हैं कि ‘ आप सोचिए व्हाट्सऐप बिना किसी चार्ज के आपको सर्विस दे रहा है और अरबों डॉलर की कमाई कर रहा है कैसे ? दरअसल व्हाट्सऐप फ्रेस डेटा एंट्री का जरिया है. मतलब आप जो डेटा व्हाट्सऐप पर शेयर करते हैं उसे व्हाट्सऐप बेचता है. व्हाट्सऐप ये डेटा थर्ड पार्टी के साथ शेयर करता है. यहीं से व्हाट्सऐप फायदा कमाता है.

क्या व्हाट्सऐप पर लोगों का विश्वास कम होगा?
पवन दुग्गल का कहना है कि ‘भारत में अभी लोग आंख बंद करके व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. किसी को व्हाट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी के बार में कुछ पता नहीं है. इसके अलावा भारत में लोगों की मानसिकता ऐसी है कि जब तक खुद के साथ कुछ ऐसा नहीं होता, लोग नहीं समझते. इसीलिए अभी तुरंत लोगों का विश्वास कम नहीं होगा. लोगों को पता नहीं है कि वो जो जानकारी शेयर कर रहे हैं, उसका कानूनी प्रभाव क्या पड़ेगा. अभी बॉलीवुड के ड्रग केस के बाद लोग यही सोच रहे हैं कि ये बड़े लोग हैं, इनकी चैट पकड़ सकते हैं, हमारी कोई क्यों पकड़ेगा. इसी गलतफहमी की वजह से लोग इस प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करते जाएंगे.