Twitter Account: वैसे तो लगभग सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक अकाउंट्स देखने को मिलते हैं. जाहिर सी बात है, फेक अकाउंट बनाने के पीछे किसी का मकसद कुछ अच्छा तो नहीं ही होगा. हो सकता है ये फेक अकाउंट्स साइबर अटैक या इसी तरह की किसी गतिविधि के लिए बनाये गए हों. इसलिए ऐसे अकाउंट्स को पहचान कर इनसे दूर ही रहना बेहतर होता है. हम यहां फेक अकाउंट्स को पहचानने के कुछ टिप्स बता रहे हैं, जो आपके काम आ सकते हैं.


डिटेल्स चेक करें


किसी भी अकाउंट्स से जुड़ने से पहले अकाउंट होल्डर का नाम, अकाउंट कब बना, उसके कितने फ़ॉलोअर्स हैं, साथ ही उसे कैसे लोग उसे फॉलो कर रहे हैं. इस बात का ध्यान रखें.


पेड ब्लू टिक है या वेरिफाइड ब्लू टिक?


ये पता लगाने के लिए अकाउंट की डिटेल्स चेक करें. अकाउंड के पॉप-अप में अगर आपको 'यह खाता सत्यापित है क्योंकि इसने ट्विटर ब्लू की सदस्यता ली है' लिखा मिलता है, तो ये पेड ब्लू टिक अकाउंट है और अगर उस अकाउंट में 'यह खाता सत्यापित है' लिखा हुआ है, तो वह वेरिफाइड अकाउंट है.


पिछली पोस्ट देखें


उस अकाउंट से किये गए पहले के ट्वीट को चैक करें. उसमें किस तरह की भाषा और किस तरह की पोस्ट की गयी है. ये देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है, कि इस अकाउंट को चलाने वाला किस माइंडसेट का है.


बायो कि डिटेल्स देखें


वैलिड अकाउंट होल्डर अपनी वर्तमान जानकारी से लेकर, पिछली भी जानकारी बायो में ऐड करता है. चाहे अकाउंट ब्लू टिक वाला हो या नार्मल. अगर जानकारी आधी-अधूरी और आपस में मैच नहीं हो रही हो, तो अकाउंट के फेक होने की सभांवना बढ़ जाती है. अगर आप इन सब बातों को ध्यान में रखकर नए अकाउंट्स के साथ जुड़ेंगे, तो इससे किसी तरह के नुकसान या साइबर अटैक जैसी चीजों से बचे रहेंगे.


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