क्या आपके बच्चे हेडफोन या ईयरफोन का इस्तेमाल करते हैं? इन खतरों से रहें सावधान
एक रिसर्च में पता चला है कि हेडफोन और ईयरबड्स के ज्यादा यूज करने से बच्चों में सुनने की परेशानी होने की संभावना बढ़ सकती है. क्योंकि छोटी उम्र में उनकी श्रवण प्रणाली की परिपक्वता अधूरी होती है.
टेक्नोलॉजी ने आज सभी की लाइफ को बहुत ही आसान कर दिया, लेकिन लोगों को नहीं पता कि इसके यूज से उन्हें भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है. अक्सर देखा जाता है कि जॉब करने वाले माता-पिता अपना टाइम बचाने के लिए बच्चों को छोटी उम्र में ही फोन और हेडफोन यूज करने के लिए देते हैं. लेकिन वो ये नहीं जानते कि ये चीजें उनके बच्चों के लिए कितनी नुकसानदायक है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ये सभी उपकरण कैसे आपके बच्चे के शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं.
बच्चों में बढ़ रही है कानों में दर्द की समस्या
कोरोना महामारी के चलते बच्चों की पढ़ाई को काफी नुकसान हो गया इसी को देखते हुए ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गई है. लेकिन इन क्लासेस में बच्चों को घंटो तक ईयरफोन या हेडफोन का यूज करना पड़ता है. इसी की वजह से बच्चों को कान से जुड़ी परेशानियां होने की संभावना और बढ़ जाती है. और रिपोर्ट की मानें तो पिछले कई महीनों में बच्चों के कानों में दर्द, परेशानी और संक्रमण की शिकायतें बहुत ज्यादा आ रही हैं. वहीं डॉक्टर्स का कहना है कि इन उपकरणों के यूज से कानों पर काफी ज्यादा जोर पड़ता है और घंटो तक तेज आवाज सुनने से सुनने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है.
हेडफोन या ईयरबड से हो सकता है ये खतरा
डॉक्टर्स की मानें तो छोटी उम्र में बच्चों के कान बहुत नाजुक होते हैं और ईयर वैक्स की वजह से उनके कानों में कीटाणु प्राकृतिक रुप से मर जाते हैं. ये वैक्स उनके कानों को संक्रमण से बचाती है. लेकिन अब बच्चें अक्सर हेडफोन या ईयरफोन का यूज करने लगे है तो इससे कभी कभी उनके कानों में खुजली होने लगती है और फिर वो इनकी जगह ईयरबड का इस्तेमाल करने लगते हैं. और उनके ऐसा करने से कानों में मौजूद वैक्स हट जाता है और कान के आंतरिक हिस्से को कीटाणुओं के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
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