देश में करीब 33 फीसदी लोग अपने संवेदनशील डेटा जैसे कंप्यूटर पासवर्ड, बैंक खाता, क्रेडिट और डेबिट कार्ड डिटेल्स के साथ-साथ आधार कार्ड या पैन कार्ड डिटेल्स जैसे अन्य व्यक्तिगत डेटा को ईमेल या उनके कॉन्टैक्ट्स नंबर्स में असुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं. लोकलसर्किल द्वारा किए गए एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है. इस सर्वे में भारत के 393 जिलों के 24,000 लोगों से सवाल किए गए थे, जिनमें से 39 फीसदी लोगों ने कि उन्होंने इन सभी डिटेल्स एक कागज पर लिखी थी, जबकि 21 फीसदी ने उन्हें याद रखने का दावा किया.
पासवर्ड करते हैं शेयर
इस सर्वे के मुताबिक इसके अलावा करीब 29 फीसदी भारतीय अपने एटीएम या डेबिट कार्ड पिन डिटेल्स अपने करीबी परिवार के सदस्यों के साथ साझा करते हैं, जबकि लगभग चार प्रतिशत अपने घरेलू या ऑफिस के कलिग्स के साथ इन डिटेल्स को शेयर करते हैं.
29 फीसदी लोग दूसरों को बताते हैं पासवर्ड
कंपनी ने अपने सर्वे में पाया कि करीब 29 फीसदी लोग ने करीबी परिवार के एक या अधिक सदस्यों को अपने पासवर्ड्स की डिटेल्स का एक्सेस दिया है. वहीं करीब चार फीसदी ने इसे एक या अधिक कर्मचारियों को पासवर्ड बता रखा है और दो फीसदी ने इसे अपने एक या अधिक दोस्तों को अपने पासवर्ड के बारे में बता रखा है. सबसे ज्यादा 65 फीसदी लोगों ने कहा कि उनके अलावा किसी और के पास उनके एटीएम या डेबिट कार्ड के डिटेल्स तक पहुंच नहीं है.
सरकार के सामने पेश होंगे रिजल्ट
कंपनी ने कहा कि इस सर्वे के रिजल्ट्स सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के सामने पेश किए जाएंगे, ताकी इन रिजल्ट्स का उपयोग व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को प्रभावी ढंग से सुरक्षित करने के तरीके पर बड़े पैमाने पर जनता को जागरुक करने के लिए आवश्यक कार्यक्रम बनाने के लिए किया जा सके.
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