नई दिल्ली: भारत, इजराइल और अमेरिका ने विकास वाले क्षेत्रों और नेक्स्ट जनेरेशन की उभरती टेक्नोलॉजी में आपसी सहयोग से काम करना शुरू कर दिया है. एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि तीनों देश 5G कम्युनिकेशन नेटवर्क पर भी मिलकर काम कर रहे हैं.
जुलाई 2017 में बनी थी सहमति
अधिकारी ने कहा कि तीनों देश एक ट्रांसपेरेंट, ओपन, रिलायबल और सिक्योर 5G कम्युनिकेशन नेटवर्क पर काम कर रहे हैं. कम्युनिटी लीडर्स ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन साल पहले जुलाई, 2017 की इजराइल यात्रा के दौरान लोगों-से-लोगों के संपर्क पर सहमति बनी थी. विकास वाले और टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में त्रिपक्षीय पहल इसी का हिस्सा है.
'मिलकर कर रहे काम'
इंटरनेशनल डेवेलपमेंट के लिए अमेरिकी एजेंसी (यूएसएआईडी) की डिप्टी एडमिनिस्ट्रेटर बोनी ग्लिक ने कहा, "5G में आपसी सहयोग तो बड़े कदमों की दिशा में सिर्फ पहला कदम है." ग्लिक ने इंटरव्यू में कहा, "हम विज्ञान और रिसर्च एंड डेवलपमेंट नेक्स्ट जनेरेशन में मिलकर काम कर रहे हैं. इस भागीदारी के जरिए हम आधिकारिक तौर पर इन संबंधों की पुष्टि कर रहे हैं."
'डिजिटल लीडरशिप एंड इनोवेशन में कर रहे सहयोग'
इससे पहले ग्लिक ने अमेरिका-भारत-इजराइल के बीच वर्चुअल शिखर बैठक को संबोधित करते हए कहा कि हम दुनिया की विकास से जुड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए इन भागीदारों के साथ काम कर काफी रोमांचित हैं. इस बैठक को भारत में इजराइल के राजदूत रॉन मलका और उनके समकक्ष संजीव सिंगला ने भी संबोधित किया. ग्लिक ने कहा, "जिस एक क्षेत्र में हम सहयोग कर रहे हैं वह है डिजिटल लीडरशिप एंड इनोवेशन. विशेषरूप से हमारा सहयोग नेक्स्ट जनेरेशन की 5G टेक्नोलॉजी पर केंद्रित है."
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