AI से फेक इमेज बनाने में टॉप पर भारतीय, जरा ये रिपोर्ट पढ़िए
BING AI: माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट और कंजूमर चीफ मार्केटिंग ऑफिसर युसूफ मेहदी ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट के नए Bing AI का इस्तेमाल करने में भारत टॉप 3 में बना हुआ है.
Microsoft New Bing AI: चैट जीपीटी के बाजार में सामने आने के बाद कई दिग्गजों ने अपने-अपने ब्राउजर और सर्विसेस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल को इंटीग्रेट किया है. माइक्रोसॉफ्ट ने भी Bing ब्राउजर में चैट जीपीटी जैसा फीचर लोगों को दिया है. इस बीच एक कमाल की खबर माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से सामने आई है. माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट और कंजूमर चीफ मार्केटिंग ऑफिसर मेहदी ने बताया कि Bing AI का इस्तेमाल करने में भारत टॉप 3 देशों में शामिल है. इससे भी मजेदार बात ये है कि लोग Bing AI इमेज क्रिएटर से फेक AI इमेजेस बना रहे हैं.
टॉप-3 में भारत
पीटीआई को दिए गए एक इंटरव्यू में युसूफ मेहदी ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट का नया Bing AI एक पॉजिटिव फीडबैक लोगों से हासिल कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत में लोग बढ़-चढ़कर माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा लॉन्च किए गए नए फीचर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. Bing में हर रोज 100 मिलियन से ज्यादा अलग-अलग गतिविधियां की जा रही है. माइक्रोसॉफ्ट बिंग 169 देशों में मौजूद है जिसमें से भारत बिंग ब्राउजर का इस्तेमाल करने के मामले में टॉप 3 में बना हुआ है.
माइक्रोसॉफ्ट ने लॉन्च किया AI नॉलेज कार्ड
माइक्रोसॉफ्ट ने बिंग यूजर्स के लिए नॉलेज कार्ड भी शुरू किया है ताकि यूजर्स को ब्राउजर पर अच्छा इंटरेस्ट आए. ये AI नॉलेज कार्ड इमेज, फैक्ट्स, इमेज बेस्ड टाइमलाइन, polls एक्शन और अन्य चीजें लोगों को प्रदान करता है. युसूफ मेहदी ने कहा कि कंपनी को बढ़िया रिस्पांस मिल रहा है और लोग सर्च करने के नए तरीकों पसंद कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यही एक तरीका है जो माइक्रोसॉफ्ट को गूगल से अलग बनाता है. गूगल चैट और सर्च को अलग-अलग बताता है लेकिन माइक्रोसॉफ्ट दोनों को एक तरह से ट्रीट करता है जो यूजर को पसंद आ रहा है. चैट फीचर के जरिए ही माइक्रोसॉफ्ट लोगों के फीडबैक हासिल करता है जिससे इसे और अच्छा बनाया जा सकता है.
ऐसे बना सकते है आप AI इमेज
अगर आप भी माइक्रोसॉफ्ट के बिंग इमेज क्रिएटर से कोई भी एआई इमेज बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको साइन-अप करने की जरूरत है और आप क्वेरी लिखते ही इमेज बना सकते हैं.
यह भी पढ़ें: फेक न्यूज फैलाने वालों पर सरकार रखेगी नजर, एक स्पेशल टीम सोशल मीडिया की करेगी मॉनिटरिंग