(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
iPhone यूजर्स सावधान! Ads और पुश नोटिफिकेशन के जरिए चुराया जा रहा आपका सेंसिटिव डेटा, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
iPhone यूजर्स का सेंसिटिव डेटा चुराया जा रहा है. 2 अलग-अलग रिपोर्ट्स में इस बारे में बताया गया है. जानिए किस तरह ये सारा खेल हो रहा है और कंपनी का इसपर क्या कहना है.
एप्पल एक ऐसी कंपनी है जो स्ट्रिक्ट सिक्योरिटी रूल्स फॉलो करती है और अपने iPhone में ऐसे फीचर्स देती है जिससे यूजर्स को सेफ रखा जा सके. एंड्राइड के मुकाबले iPhone ज्यादा सिक्योर होते हैं क्योकि ये एक क्लोज्ड नेटवर्क का पार्ट होते हैं और इनमें थर्ड पार्टी ऐप्स की इजाजत नहीं है. डेवलपर्स को स्ट्रिक्ट रूल्स ऐप्स को अपलोड करते हुए फॉलो करना पड़ता है जिससे iPhone एकदम सिक्योर बनता है. हलाकि इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जो iPhone यूजर्स के लिए चिंता की बात है.
दरअसल, रिपोर्ट्स में कहा गया है कि iPhone यूजर्स के सेंसिटिव डेटा को इन-ऐप्स Ads और पुश नोटिफिकेशन के जरिए ट्रैक किया जा रहा है. 9to5Mac की एक हालिया रिपोर्ट में (404media के आधार पर) इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि iPhone यूजर्स से संवेदनशील जानकारी को इकट्ठा करने के लिए कुछ इन-ऐप विज्ञापनों का शोषण किया जा रहा है, जिसे कथित तौर पर सुरक्षा सेवाओं को भेजा जाता है.
खामी का फायदा उठा रहे ये ऐप्स
एकऔर रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पॉपुलर ऐप्स फेसबुक, टिकटॉक, एफबी मैसेंजर, इंस्टाग्राम, थ्रेड्स और अन्य यूजर्स की जानकारी के बिना उनके डेटा को एकत्र करने के लिए पुश नोटिफिक्शन सेवाओं में मौजूद खामी का उपयोग कर रहे हैं.
कंपनी के कहने के बावजूद ऐप्स चुरा रहे यूजर्स का डेटा
एप्पल ने कुछ समय पहले यूजर्स की प्राइवेसी को एनहान्स करने के लिए कंपनियों को ये आदेश दिए थे कि वे यूजर्स का डेटा ट्रैक करने से पहले उनकी परमिशन जरूर लें. हालांकि कुछ ऐप प्रोवाइडर्स ने इस रेस्ट्रिक्शंस को बायपास करने के लिए दूसरा तरीका निकाल दिया और वे डिवाइस फिंगरप्रिंट टेक्नीक का इस्तेमाल करने लगे हैं जो पहले से कंट्रोवर्सियल है.
ये सब जानकारी की जा रही इकट्ठा
Mysk के सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस तरह कुछ iPhone के फीचर्स यूजर्स की जानकारी को इकट्ठा करने के लिए यूज किये जा रहे हैं. Mysk के अनुसार, कई ऐप्स इस अवसर का उपयोग बैकग्राउंड में विस्तृत डिवाइस जानकारी चुपचाप भेजने के लिए करते हैं. एकत्र की गई जानकारी में सिस्टम अपटाइम, लोकेल, कीबोर्ड भाषा, उपलब्ध मेमोरी, बैटरी स्थिति, डिवाइस मॉडल और बहुत कुछ शामिल है.
एप्प्पल ने कही ये बात
एप्पल ने इस सिक्योरिटी खामी पर कहा कि स्प्रिंग 2024 से, डेवलपर्स को API का उपयोग करने के कारणों के बारे में बताना होगा. इनका इस्तेमाल आमतौर पर फिंगरप्रिंटिंग में अद्वितीय डिवाइस सिग्नल प्रदान करने के लिया किया जाता है.
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