ईरान ने WhatsApp और गूगल प्ले से बैन हटा दिया है. इसका मतलब है कि लोग अब यहां इन दोनों सेवाओं का लाभ ले पाएगे. राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक के बाद ईरान की आधिकारिक न्यूज एजेंसी IRNA ने बताया कि WhatsApp और गूगल प्ले जैसे कुछ लोकप्रिय विदेशों प्लेटफॉर्म्स से बैन हटाने के लिए सहमति बन गई है. इंटरनेट से पाबंदी हटाने की दिशा में पहला कदम उठा लिया गया है. हालांकि, अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि फैसला लागू कब से होगा.


ईरान में हैं कड़े प्रतिबंध


ईरान उन देशों में शामिल हैं, जहां इंटरनेट एक्सेस पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं. यहां फेसबुक, एक्स और यूट्यूब जैसे अमेरिकी प्लेटफॉर्म पर भी पाबंदी लगी हुई है, लेकिन लोग VPN के जरिये इनका इस्तेमाल कर रहे हैं. यहां सरकार विरोधी प्रदर्शनों में सोशल मीडिया का खूब प्रयोग होता है. 


इंटरनेट पर बैन के विरोधियों का कहना था कि इस कारण देश को नुकसान ही पहुंचा रहा है. राष्ट्रपति के सलाहकार अली रबैई ने कहा कि इन प्रतिबंधों से कुछ हासिल नहीं हुआ बल्कि इन्होंने लोगों में गुस्सा भरा है और उनकी जीवन को महंगा बनाया है. उप राष्ट्रपति मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा कि राष्ट्रपति इंटरनेट से पाबंदी हटाने में भरोसा रखते हैं और वो इंटरनेट बैन को देश और लोगों के हित में नहीं मानते.


2009 से लागू हैं प्रतिबंध


2009 में मोहम्मद अहमदिनेजाद के दोबारा राष्ट्रपति बनने के खिलाफ ईरान में प्रदर्शन हुए थे. तब से ही हां पर सोशल मीडिया नेटवर्क पर पाबंदी लगी हुई है. तब सरकार ने इन प्लेटफॉर्म्स को प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया था. कुछ लोग अब भी पाबंदी हटाने की आलोचना कर रहे हैं. देश के 136 सांसदों ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर कहा है कि यह फैसला ईरान के दुश्मनों के लिए एक उपहार की तरह है.


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