Juice Jacking Scam: फोन चार्जिंग से जुड़ा जूस जैकिंग स्कैम सुना है आपने! न रहें लापरवाह, हो सकता है भारी नुकसान
कुछ स्कैम में चार्ज करते समय यूजर्स के डिवाइस में सीधे मैलवेयर इंजेक्शन शामिल होता है, जिससे स्कैमर्स को पीड़ित के फोन या टैबलेट पर कंट्रोल मिल जाता है.
दुनिया में तरह-तरह के फ्रॉड हो रहे हैं. जो आप सोच नहीं सकते, उन तरीकों से धोखेबाज आपको ठग सकते हैं. इसी कड़ी में एक नए तरह का फ्रॉड जूस जैकिंग स्कैम (juice jacking scam) चलन में इसमें आप अपना स्मार्टफोन जब किसी पब्लिक चार्जिंग पोर्ट के जरिये चार्ज कर रहे होते हैं तो उस समय आपके साथ धोखा हो सकता है. हाल में आए इस तरह के फ्रॉड में धोखेबाज, लोगों का डेटा चुराने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर चार्जिंग पोर्ट की मदद ले रहे हैं.
यहां होते हैं juice jacking स्कैम
पब्लिक चार्जिंग पोर्ट जैसे एयरपोर्ट, होटल, कैफे और दूसरी पब्लिक प्लेस (public charging ports) का जूस जैकिंग स्कैम के लिए इस्तेमाल हो रहा है. मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, इन स्कैम में इन चार्जिंग स्टेशनों में गलत इरादे से हार्डवेयर या सॉफ़्टवेयर इन्स्टॉल किया जाता है और बिना सोचे-समझे यूजर्स से संवेदनशील जानकारी चुराने में पोर्ट को सक्षम बना लिया जाता है.
कैसे हो जाता है जूस जैकिंग स्कैम
धोखेबाज ऐसे चार्जिंग स्टेशन स्थापित करते हैं जो लीगल और सुविधाजनक लगते हैं. चूकि यूजर्स या आमलोगों को इसकी जानकारी नहीं होती है, वह इन स्टेशनों का इस्तेमाल कनेक्टेड डिवाइसों से डेटा जमा करने के लिए करते हैं. एक बार जब कोई अनजान व्यक्ति अपने डिवाइस को इन चार्जिंग पोर्ट में प्लग कर देता है, तो गलत इरादे वाला सॉफ़्टवेयर या हार्डवेयर कनेक्टेड डिवाइस से संवेदनशील डेटा इकट्ठा करना शुरू कर सकता है. इसमें आपके पासवर्ड, व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल और बहुत कुछ शामिल हो सकते हैं. कुछ स्कैम में चार्ज करते समय यूजर्स के डिवाइस में सीधे मैलवेयर इंजेक्शन शामिल होता है, जिससे स्कैमर्स को पीड़ित के फोन या टैबलेट पर कंट्रोल मिल जाता है.
स्कैम (juice jacking scam) से बचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान
-जब भी संभव हो, अपने व्यक्तिगत चार्जर का उपयोग करें और इसे पावर आउटलेट में प्लग करें. सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों का उपयोग करने से बचें.
-सस्ते चार्जर के चक्कर में न रहें. अपने डिवाइस को चलते-फिरते चार्ज रखने के लिए हाई क्वालिटी वाले पोर्टेबल पावर बैंक साथ में रखें. चार्जिंग के दौरान फोन इस्तेमाल न करें.
-यूएसबी डेटा ब्लॉकर्स का इस्तेमाल करने पर विचार करें, जो छोटे एडॉप्टर हैं जो सिर्फ चार्जिंग करने की अनुमति देते हैं और डेटा ट्रांसफर करने को रोकते हैं.
-अपने डिवाइस पर ऑटो कनेक्ट सुविधा को डिसेबल कर दें, क्योंकि चार्जिंग सोर्स की खोज करते समय यह अनजाने में दुर्भावनापूर्ण नेटवर्क या डिवाइस से कनेक्ट हो सकता है.
-जितना हो सके, हमेशा सुरक्षित वाई-फाई नेटवर्क से जुड़ें. ओपन या अनसेफ नेटवर्क से जुड़ने से बचें, क्योंकि स्कैमर्स द्वारा इन्हें आसानी से हेरफेर किया जा सकता है.
-अपने डिवाइस के सॉफ़्टवेयर, ऐप्स और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें. सॉफ़्टवेयर अपडेट में अक्सर सिक्योरिटी पैच शामिल होते हैं जो मददगार होते हैं.
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