Koo App को कहा जा रहा देसी Twitter, जानिए क्या है दोनों में फर्क
Koo App iOS और Android दोनों प्लेटफॉर्म पर अवेलेबल है. अब तक इस ऐप को एक मिलियन से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये वैल्यूएबल और पॉवरफुल प्लेटफॉर्म है.
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर Koo App ने धूम मचा रखी है. इस ऐप को देसी ट्विटर कहा जा रहा है. हाल ही में केंद्र सरकार और ट्विटर के बीच हुए टकराव के बीच ये ऐप तेजी से पॉपुलर हुआ है. इस ऐप को अब तक 10 लाख से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं. सबसे पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस ऐप की जानकारी ट्विटर पर दी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में इसकी चर्चा भी कर चुके हैं. आइए जानते हैं Koo App और Twitter में क्या फर्क है.
Koo App के ज्यादातर फीचर्स Twitter से मिलते जुलते ही हैं. हालांकि दोनों में कुछ बातों का अंतर है.
Twitter अंग्रेजी भाषा में अवेलेबल है जबकि Koo App हिंदी, अंग्रेजी समेत 8 देशी भाषाओं में उपलब्ध है.
Twitter में शब्दों की सीमा 280 है जबकि Koo App में शब्दों की सीमा 350 रखी गई है.
Twitter अमेरिका की कंपनी है जबकि Koo एक भारतीय App है.
Twitter पर डिटेल्स लीक होने का खतरा हो सकता है लेकिन Koo एक देसी App है इसलिए जानकारियां देश के सर्वर में ही सेफ रहेंगी.
Twitter के CEO जैक डॉर्सी Jack Dorsey हैं जबकि Koo App को Aprameya radhakrishnan और Mayank Bidawatka
Koo App पर Twitter की ही तरह से पोस्ट और फोटो-वीडियो शेयर कर सकते हैं.
ऐसे डाउनलोड करें Koo App Koo App डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत इनोवेट चैलेंज का विजेता रहा था. Koo App एक फ्री ऐप है और आप इसे गूगल प्ले स्टोर के साथ ही ऐपल ऐप स्टोर से बिल्कुल फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं. इसके लिए आपको गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर Koo App सर्च करना होगा. इतना करने के बाद आपको सबसे पहले 'Koo, Connect with Indians in Indian Languages' नजर आएगा. जिसे वैरिफाई करने के बाद आप डाउनलोड कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें
क्या है Koo App और क्यों सोशल मीडिया पर हो रही है इसकी चर्चा, जानें सबकुछ WhatsApp के ये प्राइवेसी फीचर्स बनाते हैं अकाउंट को सेफ, सुरक्षित रहेगा आपका डेटा