Krutrim: मेड इन इंडिया AI मॉडल ने बनाया गूगल को पीछे छोड़ने का प्लान, पढ़ें और समझें पूरी रणनीति
Made in India AI Model: भारत में घरेलू टेकनोलॉजी को बूस्ट करके लिए कृत्रिम ने "मेड फॉर इंडिया" और "प्राइस्ड फॉर इंडिया" योजना को रोल आउट किया है. आइए हम आपको इसके बारे में समझाते हैं.
Made for India and Priced for India Strategy: राइडशेयरिंग कंपनी ओला की AI कंपनी कृत्रिम (Krutrim) ने "मेड फॉर इंडिया" और "प्राइस्ड फॉर इंडिया" नाम से योजना शुरू की है. इसमें ओला मैप्स के लिए एक नया रोडमैप और प्राइसिंग स्ट्रेटेजी बनाई गई है.
कृत्रिम का फ्यूचर प्लान
इसमें कई सारे API (Application Programming Interface) और SDK (Software Development Kit) शामिल हैं. कृत्रिम की इस नई योजना का उद्देश्य भारत में बन रही टेकनोलॉजी को बूस्ट करना और डिजिटल स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है. कंपनी ने लेटेस्ट API और SDK को भारतीय स्टार्टअप, छात्रों और डेवलपर्स के लिए डिजाइन किया है.
बेंगलुरु में हुए गूगल I/O कनेक्ट इवेंट में, गूगल ने भारतीय डेवलपर्स और स्टार्टअप के लिए अपने मैप्स API शुल्क को 70 प्रतिशत तक कम करने की घोषणा की है. इसके कुछ दिन बाद ही मेड फॉर इंडिया और प्राइस्ड फॉर इंडिया योजना शुरू की गई है. इस योजना को लेकर कृत्रिम ने ONDC (Open Network for Digital Commerce) के साथ हाथ मिलाया है.
सीईओ भाविश अग्रवाल ने क्या बोला
कृत्रिम के फाउंडर और ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने बताया है कि इस योजना से भारतीय इनोवेशन को काफी बढ़ावा मिलेगा. भाविश ने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि हम बड़ी तकनीकी कंपनियों के लिए विश्व स्तरीय विकल्प तैयार करें और भारतीय इनोवेशन को सशक्त बनाएं. मैं ओला मैप्स के लिए और भी कम प्राइस स्ट्रक्चर और हमारे भविष्य के प्रॉडक्ट रोडमैप की घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित हूं
As promised, here's our response to @googlemaps ‘belated’ price cuts. It’s time we build world class alternatives to big tech giants and empower Indian innovation! I’m very excited to announce a further reduced pricing structure and our future product roadmap for Ola Maps… pic.twitter.com/zzuC90Qy03
— Bhavish Aggarwal (@bhash) July 18, 2024
ओला मैप्स में क्या नया मिलेगा
- ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट डाइरेक्शन शो होंगे, इसके अलावा दोपहिया वाहनों और टोल की जानकारी मिलेगी.
- आस-पास के स्पॉट आसानी से ढूंढें सकेंगे, इसके अलावा विस्तृत जानकारी हासिल कर सकेंगे.
- साधारण मैप इमेज चाहिए या फिर इंटरेक्टिव मैप, ओला मैप्स में आपके ऐप्स में भौगोलिक डेटा एम्बेड करने का मिलेगा ऑप्शन.
- भारतीय भाषाओं में स्थानीयकरण के साथ अपने वेब ऐप्स में कस्टम मार्कर, जानकारी विंडो, हीटमैप और बहुत कुछ जोड़ने के लिए जावास्क्रिप्ट का उपयोग करें सकेंगे.
- कस्टमर स्पोर्ट के लिए service level agreements और चैट स्पोर्ट के साथ एक ऑटोमेटिक टिकट सर्विस मिलेगी.