Lebanon Pagers Explosion: 18 सितंबर को लेबनान में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. दरअसल, बीते दिन लेबनान में हिजबुल्ला के सैकड़ों पेजर एक साथ फट गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ब्लास्ट में कम से कम 9 लोग मारे गए, जबकि 2,750 से अधिक लोग घायल हैं. ऐसे में उठता है कि पेजर कैसे काम करता है और क्या पेजर की तरह फोन में भी इतना भीषण ब्लास्ट किया जा सकता है. आइए, इसके बारे में डिटेल में जानते हैं.   


क्या है पेजर?


पेजर एक छोटा सा वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस होता है जिसे खासतौर पर मैसेज भेजने और रिसीव करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इस आसान भाषा में बीपर भी कहा जाता है. 1980 और 1990 के दशक में पेजर का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हुआ था. उस समय मोबाइल को ज्यादा लोग यूज नहीं करते थे. 


ज्यादातर लोग पेजर का इस्तेमाल बेस स्टेशन या किसी सेंट्रल डिस्पैच से रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए मैसेज रिसीव करने के लिए करते हैं. ये मैसेज न्यूमैरिक, जैसे- फोन नंबर, या अल्फान्यूमैरिक जैसे- टेक्स्ट हो सकते हैं. मैसेज भेजने के लिए टू-वे पेजर्स का इस्तेमाल किया जाता है.जब कोई मैसेज आता है तो पेजर की टोन बजती है. पेजर मोबाइल नेटवर्क पर निर्भर नहीं करता है. इसलिए ये कम्युनिकेशन का भरोसेमंद जरिया माना जाता है. मुश्किल हालात में ये अपनी बात दूसरों तक पहुंचाने में मददगार साबित होता है. 


क्या था पेजर के फटने का सही कारण


दरअसल, पेजर के फटने का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है. हले कहा गया था कि यह किसी ने कंप्यूटर से किया था, जिससे बैटरी बहुत गर्म हो गई. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह और भी जटिल था. उनके अनुसार, यह सामान बनाने या बेचने के दौरान ही किया गया था. छोटे विस्फोटक डिवाइस पेजर में छिपा दिया गया हो और बाद में एक साथ फोड़ा गया हो. या ये भी हो सकता है कि एक इलेक्ट्रॉनिक संकेत भेजा गया हो, जिससे पेजर बहुत गर्म होकर फट गए. 


क्या मोबाइल फोन में हो सकता है ब्लास्ट?


आमतौर पर ओवर चार्जिंग या फिर अधिक टेम्परेचर रहने पर फोन की बैटरी फट सकती है. वहीं, मैनुफैक्चरिंग में हुई गलती से भी बैटरी फट सकती है. इसके अलावा, अगर फोन की बॉडी डैमेज है तो फोन ब्लास्ट हो सकता है. 


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