Smartphone Camera : एक नया स्मार्टफोन खरीदते समय कई लोगों के लिए स्मार्टफोन में कैमरे की क्वालिटी एक महत्वपूर्ण प्वाइंट होती है. अब स्मार्टफोन के कैमरा की क्वालिटी बताने वाले दो जरूरी फैक्टर हैं. एक फोन के मेगापिक्सल की गिनती और दूसरा सेंसर का साइज. अब कई लोगों को कन्फ्यूजन होती है कि मेक्सापिक्सल ज्यादा होने से फोटो क्वालिटी बेहतर आएगी या फिर सेंसर साइज बड़ा होने से. आइए आज इस कन्फ्यूजन को पूरी तरह से दूर करते हैं.
मेगापिक्सेल और फोटो रेजोल्यूशन
मेगापिक्सेल किसी फोटो को डिटेल्ड में कैप्चर करने का काम करते हैं. अगर किसी कैमरा में ज्यादा मेगापिक्सेल हैं तो आम तौर पर मतलब है कि एक कैमरा अधिक डिटेल कैप्चर कर सकता है और अधिक रिज़ॉल्यूशन वाली इमेज बना सकता है. इससे बड़ी इमेज कैप्चर हो सकती है. हाई मेगापिक्सल होने पर अगर आप इमेज को क्रॉप या जूम करते हैं तो फोटो ब्लर या फटी हुई नजर नहीं आएगी. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अधिक मेगापिक्सल का मतलब बेहतर क्वालिटी नहीं है. अगर किसी कैमरा में मेगापिक्सल उसके कैमरा साइज से ज्यादा दिया गया है तो आपको बहुत खराब तस्वीरें मिल सकती हैं. अच्छी तस्वीरों के लिए मेगापिक्सेल और सेंसर साइज के बीच संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है.
सेंसर आकार और लाइट सेंसिटिविटी
कैमरे का सेंसर किसी इमेज को क्रिएट करने के लिए बेहतर लाइट कैप्चर करता है. बड़े सेंसर अधिक प्रकाश को कैप्चर कर सकते हैं, जिससे लो लाइट परफॉर्मेंस और इमेज क्वालिटी बेहतर आती है. हालांकि, बड़े सेंसर वाले फोन आमतौर पर अधिक महंगे होते हैं. बड़े सेंसर फोन को भारी बना सकते हैं.
इमेज क्वालिटी बेहतर करने वाले अन्य फैक्टर
सिर्फमेगापिक्सेल और सेंसर का साइज ही इमेज क्वालिटी को बेहतर करने के लिए एकमात्र कारक नहीं हैं. अन्य फैक्टर जैसे लेंस की क्वालिटी, इमेज प्रोसेसिंग एल्गोरिदम और सॉफ्टवेयर भी हाई क्वालिटी वाली तस्वीरें बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
यह भी पढ़ें - Oppo के इस स्मार्टफोन पर मिल रहा तगड़ा डिस्काउंट, जानिए अब कितने रुपये का मिलेगा?