Micro USB VS Type C : हाल के समय में स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को चार्ज करने के लिए दो टाइप के चार्जिंग पोर्ट का यूज किया जाता है. इनमें यूएसबी चार्जर और दूसरा टाइप सी चार्जर शामिल है. दोनों ही चार्जर दिखने में भी लगभग हैं. इसके अलावा भी दोनों चार्जर्स में कुछ अंतर हैं. तो चलिए इस दोनों चार्जर के बारे में जानते हैं और इस बात पर भी नजर डालते हैं कि इससे नुकसान क्या हो सकता है.
Micro USB charging
सबसे पहले हम माइक्रो यूएसबी चार्जर की बात करते हैं. सबसे पहले फोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को चार्ज करने के लिए कंपनी माइक्रो यूएसबी पोर्ट का ही यूज करती थी. लेकिन जैसे-जैसे समय बीता वैसे-वैसे इसका यूज कम हो गया. फिलहाल के लिए इस चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल बजट स्मार्टफोन में होता है. हालांकि इसकी अपनी कुछ लिमिटेशन हैं।
माइक्रो यूएसबी के नुकसान-
माइक्रो यूएसबी पोर्ट पुराना होने की वजह से नए टाइप सी के मुकाबले में धीमी चार्जिंग स्पीड देता है.
वहीं डेटा ट्रांसफर करते समय भी इसकी स्पीड कम होती है, जिससे यूजर को काफी इंतजार करना होता है.
कंपनियां भी माइक्रो यूएसबी को धीरे-धीरे नए डिवाइस से हटा रही हैं और इसके पीछे की वजह इसका पुराना हो जाना है.
Type C charging
स्मार्टफोन्स और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को चार्ज करने के लिए टाइप सी पोर्ट हाल के समय में सबसे लेटेस्ट टेक्नॉलोजी है. माइक्रो यूएसबी पोर्ट के मुकाबले में ये
काफी तेज चार्जिंग स्पीड से गैजेट्स चार्ज करता है. इसके अलावा यूजर इसे किसी भी दिशा में लगा सकते हैं, क्योंकि इसका डिजाइन सिमेट्रिकल होता है.
कौन-सा चार्जर है बेहतर
माइक्रो यूएसबी पोर्ट और टाइप सी पोर्ट दोनों ही चार्जर मार्केट में उपल्बध हैं. लेकिन इस बात को मानना पड़ेगा कि टाइप सी पोर्ट हर मामले में माइक्रो यूएसबी पोर्ट से तेज और अच्छा है. फिर चाहे तेज चार्जिंग की बात हो या तेज डेटा ट्रांसफर की. इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से भी टाइप सी चार्जर को अनिवार्य करने पर काम चल रहा है. इसी कड़ी में ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 2025 तक टाइप सी चार्जर को स्मार्टफोन मेकर के लिए सरकार की तरफ से अनिवार्य कर दिया जाएगा.
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